ललितपुर- श्रीमती सुमन चौधरी डॉक्टर अनुराग चौधरी परिवार ने अपने पूज्य पिता डॉक्टर ताराचंद जी चौधरी की जन्म शताब्दी के शुभ अवसर पर जनक जननी शिक्षा योजना में रूपए 5 लाख के दान का चेक प्रदान किया।चौधरी परिवार में जनक जननी औषधालय के लिए भी रूपए 2 लाख के दान की स्वीकृति प्रदान की।
अन्य दानदाताओं ने भी जनक जननी शिक्षा योजना में रूपए 3 लाख के दान की स्वीकृति प्रदान की।
श्री दिगंबर जैन पंचायत समिति ललितपुर के अंतर्गत जैन सेवा समिति द्वारा संचालित जनक जननी वृद्ध आश्रम में आयोजित जनक जननी शिक्षा योजना कार्यक्रम का उद्घाटन आज श्रीमती सुमन डॉक्टर अनुराग चौधरी ने अपने पूजनीय पिताजी स्वर्गीय डॉक्टर ताराचंद चौधरी की जन्म शताब्दी की शुभ अवसर पर फीता खोलकर कर किया तथा उन्होंने बताया कि स्वर्गीय डॉक्टर ताराचंद चौधरी का जन्म 24 जून 1924 को ग्राम मुंगावली, जिला अशोकनगर, मध्यप्रदेश में हुआ था। आपके पिता स्वर्गीय वैद्य मोतीलाल जी चौधरी एवं माता श्रीमती कौशाबाई जी चौधरी । आपकी एक पुत्री श्रीमती आशा जैन और दो पुत्र डॉ. अनुराग चौधरी एवं स्व. अनुपम चौधरी हैं।
पांच भाई एवं दो बहनों में सबसे बडे थे। आपके पिताजी वैद्य मोतीलाल का स्वर्गवास अल्पायु में हो जाने के कारण आपने सभी भाई बहनों की जिम्मेदारी (पढ़ाई-लिखाई, शादी इत्यादि) बखूबी निभाई।
आपकी प्रारंभिक शिक्षा स्कूल मुंगावली में हुई, बाद में नागपुर एवं उज्जैन में भी शिक्षा ग्रहण की। उसके उपरांत 1946 में आपने डॉक्टरी की डिग्री AMS बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी बनारस से पूर्ण की। छात्र जीवन में ही आप को राजनीति से लगाव हो गया एवं कॉलेज के जनरल सेक्रेटरी भी बने।
ललितपुर में डॉक्टरी की प्रैक्टिस 1946 में प्रारंभ की, अपने मरीजों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही मधुर एवं स्नेही था। मरीजों को देखने का तरीका भी उनका अलग था, उनकी याददाश्त इतनी तेज थी कि 15-20 मरीजों का पहले परीक्षण करके उनकी पूरी परेशानियाँ समझ लेते थे बाद में सब के परचे दुबारा मरीज से बिना कुछ पूछे एक साथ बनाते थे और दवाइयां देते थे। यह देख कर लोग बहुत आश्चर्य करते थे।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सक्रिय एवँ निडर सदस्य बनकर गरीब असहाय एवं जरूरतमंदों की तन मन धन से सेवा की। आपके आर्थिक सहयोग करने की चर्चा एवं सराहना हमेशा समाज में रही , आपने हमेशा विद्यार्थियों का आर्थिक सहयोग किया, पर प्रदर्शन कभी नहीं किया।
आप इमरजेंसी में जेल गए एवं कई बार सक्रिय राजनीति में भाग लेते हुए पुलिस के डंडे एवं मार खाई । आज भी ललितपुर के किसी भी आंदोलन में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किये जाने पर आपकी निडरता को जनपद वासियों द्वारा याद किया जाता है।
आपको विश्व भ्रमण का बहुत शौक था आपने दो बार विदेश यात्रा यूरोप एवं मध्य एशिया 1961 व 1971 में की। भारत दर्शन की लंबी यात्राएं उन्होंने मोटरसाइकिल से पूर्ण की।
सन 1975 में उन्होंने ललितपुर में भगवान महावीर नेत्र चिकित्सालय” की स्थापना की जिसके लिये उन्होंने में घर घर जाकर दान स्वरूप धन एकत्र किया। भगवान महावीर नेत्र चिकित्सालय अपने विशाल रूप में स्थित है एवं जनपद के गरीब जरूरतमंद एवं असहाय लोगों की सेवा कर रहा है ।आपकी एक कल्पना सुमेरपुर पर्वत (धौर्रा) पर सर्व धर्म मंदिर बनाने की थी एवं उस क्षेत्र को टी. बी. सेनेटोरियम के रूप में विकसित करना था मगर अल्प आयु मे देहांत (11 अगस्त 1982) हो जाने से उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका। आप आज 40 साल बाद भी ललितपुर जनपद के नागरिकों के दिलों में बसे हैं और आज भी सभी जनपद वासी उन्हें उसी सम्मान एवं इज्जत से याद करते हैं, यही उनके जीवन की सबसे बड़ी सफलता एवं उपलब्धि है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर अक्षय टडैया, डॉ राजीव जैन के के, अनिल जैन अंचल ,संजीव जैन चार्टर्ड अकाउंटेंट, अखिलेश जैन गदयाना, सतीश जैन वंटी ,जनक जननी शिक्षा प्रभारी अशोक जैन आकांक्षा एवं अशोक जैन बैंक वाले, अरविंद जैन ऑप्टिशियन, सुधीर जैन ,श्री सुरेश बाबू जैन एडवोकेट राजकुमार जैन कैप्टन, लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा, डॉ पूरन निरंजन, उत्तम सिंह चौहान ,दीपक बुखरिया ,शशांक जैन जितेंद्र मुच्छड, प्रवीण जैन गुरुवर, श्री आनंद जैन एडवोकेट श्रीमती अनुपमा जैन, किरण सतभैया, रवि जैन ,अलका जैन, मालती गांधी कुमारी कंचन सिंह चंद्रप्रभा वर्मा, प्रिया सिंघई, डॉक्टर शोभा जैन, डॉ राजीव जैन, डॉक्टर अनीता जैन, भूपेंद्र जैन सिद्धी, स्वतंत्र मोदी, संजीव जैन अनौरा, पदम जैन पल्लू ,राहुल चौधरी, स्वदेश अग्रवाल देवेंद्र जैन, रमेश सराफ , शिशिर बुखारिया, संजय जैन रिंकू जयकुमार चौधरी ,मोदी हरमीत सिंह बलजीत सिंह, रामशरण अग्रवाल आदि उपस्थित रहे मनचसीरत तिथियां ने बताया की किस प्रकार डॉक्टर ताराचंद जी चौधरी समाजसेवी अच्छे डॉक्टर और हम सभी के प्रेरणा स्रोत बने आज उनके परिवार द्वारा जो इतनी बड़ी धनराशि जनक जननी शिक्षा योजना हेतु प्रदान की जा रही है उससे प्रतिभास्थली में पढ़ने वाली होनहार जरूरतमंद गरीब छात्राओं की मदद की जाएगी। इस अवसर पर चौधरी परिवार के अलावा श्रीमती अनुपमा सतीश जैन बंटी द्वारा जनक जननी शिक्षामित्र के रूप में एवं राजेंद्र मिठया द्वारा वृद्ध आश्रम की सदस्यता ली गई तथा शिक्षा सारथी के रूप में श्रीमती सजनीता जैन राजू परिवार झांसी द्वारा श्री श्रेयांश चौधरी दिल्ली, कुमारी नीर बुखारिया सुपुत्री श्री दीपक बुखारिया, सुरेश बाबू शशांक जैन एडवोकेट, जनक जननी शिक्षा प्रभारी अशोक जैन बैंक वाले , हरमीत सिंह बलजीत सिंह द्वारा शिक्षा सारथी के रूप में स्वीकृति प्रदान की गई ।
अरुण जैन सीरोन वाले, श्रीमती मनीषा जितेंद्र जैन मुच्छड, प्रभात सराफ, अनिल अलया अक्षय अलया अजय अलया परिवार, डॉक्टर स्वरूप चंद जैन बाहुबली नगर, श्रीमती सुमन जैन पूर्व प्राचार्य एवं एक गुप्त दान में एक परिवार द्वारा जनक जननी शिक्षा योजना की सदस्यता ग्रहण की गई एवं इस योजना में दान देकर बच्चियों की भविष्य को मजबूत करने में सहयोग प्रदान किया।
जैन सेवा समिति के पदाधिकारीयों ने बताया कि जनक जनक शिक्षा योजना में जो धन एकत्र किया जा रहा है उससे निश्चित रूप से जरूरतमंद छात्राओं का भविष्य उज्जवल होगा । अन्य भी जो लोग शिक्षा योजना में जुड़कर जरूरतमंद लड़कियों के शिक्षा हेतु मदद करना चाहते हैं तो वह जैन सेवा समिति वृद्ध आश्रम में जनक जननी शिक्षा योजना से जुड़कर कर सकते है।