संवाददाता द्वारका उपनगरी में स्थित इस्कॉन मंदिर में धूमधाम से श्रीराम जन्म महोत्सव मनाया गया। यहां हज़ारों की संख्या में लोग पहुंचे। इस अवसर पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसकी शुरुआत प्रातःकालीन भागवत सत्र में कथावाचक प्रशांत मुकुंद प्रभु की राम कथा से हुई। मंदिर प्रांगण से लेकर पूरे मंदिर को जहाँ पीले रंग के फूलों और रंगोली से सजाया गया, वहीं ‘राम लला’ भी पीत रंग के वस्त्रों में दिखाई दे रहे थे। भगवान के साथ-साथ उनके भक्त भी पीले रंग की पोशाक में नज़र आए।
फूलों के साथ-साथ भक्तों द्वारा शाम में मंदिर की सजावट 10 हजार दीयों से की गई थी। जिससे शाम के समय जगमगाती दीयों की रोशनी ‘दीपोत्सव संध्या’ में अयोध्यावासियों की याद दिलाया। महोत्सव के आरंभ में विभिन्न फलों के रस से भगवान का दिव्य अभिषेक किया गया। वह चरणामृत के रूप में भक्तों में वितरित हुआ।
भगवान के लिए 21 हज़ार भोग अर्पण किए गए। वहीं 51 किलो का केक भी शाम में काटा गया। नियमित रूप से 16 माला जप करने वाले भक्तों द्वारा भी भोग भगवान को अपर्ण किया गया। मिट्टी के बर्तन (कसोरे) में पका हुआ भोग भी भक्त लेकर पहुंचे थे। सेल्फी पॉइंट के आकर्षण में इस बार शबरी, राम और लक्ष्मण के साथ एक झोपड़ी बनाई गई थी। जिसमें लोग बेर खिलाकर उस आनंद की अनुभूति ले रहे थे, जो शबरी को प्राप्त हुई थी।
इसके अलावा एक अन्य सेल्फी पॉइंट में लगभग 20 किलो का लौह धनुष भी प्रदर्शित किया गया। जिसे लोग उठाकर अपने शौर्य का प्रदर्शन कर सेल्फी लेते नजर आए। यादगार के रूप में महिलाएँ, गोपी डॉट्स के स्टॉल से गोपी बिंदियों का भी लुत्फ उठाया। बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा राम भजन संध्या भी महोत्सव के आकर्षण का केंद्र रहा।