
प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत के मेजा क्षेत्र मे गंगा यमुना नदी में लगातार प्रतिदिन बड़ी तेजी से जल स्तर बढ़ रहा है जिससे यमुना नदी के किनारे बसे लोग चिंतित दिखाई पड़े है यमुना तराई क्षेत्र के गांव के लोग बेचैन होने लगे हालांकि गंगा यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर लगातार बढते देख उपजिलाधिकारी मेंजा एसीपी मेजा और अन्य अधिकारियों ने यमुना नदी के किनारे गांव के क्षेत्र का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहे है हालांकि अभी तक बाढ़ से निपटने के ठोस कदम उठाए गए हैं इस बाढ़ मे मेजा तहसील क्षेत्र के समहन छतवा सिरसा बिजोरा तंदरिया रैयपुरा मदरा परवा चंदापुर भमौरा जेरा कोठारी नरवर चौकठा आदि जैसे गांव सामिल हैं।गांव के लोगों का कहना है कि गंगा यमुना के बाढ़ का रौद्र रूप देख कर सन 1978 कीए बाढ़ की याद ताजा हो गई उस समय डीएम आला-अधिकारी बहुत ही कर्मठ व्यक्ति थे वे स्वयं बाढ़ से लोगों की रक्षा के लिए जुट गए थे उनको देखते देखते आम जनता भी उनके साथ लग गई गांव के ज्यादातर लोग पलायन कर गए थे इससे बड़ी बाढ़ सन 1948 में आई थी उस बाढ़ में भी लोगों को गांव छोड़ना पड़ा था बाढ़ का निरीक्षण करने पहुंचे सक्षम अधिकारी ने नाव की व्यवस्था कराया और सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश।