भदोही। लिंग भेद समाज का सबसे बड़ा दुश्मन है। बालिकाओं के साथ भेदभाव करके कोई भी समाज कभी तरक्की नहीं कर सकता है। उक्त विचार जिला आकांक्षा समिति की अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी की धर्मपत्नी डॉ दिव्या सिंह ने व्यक्त किए। डॉ शंभूनाथ सिंह रिसर्च फाउंडेशन (शरीफा) एवं क्राई द्वारा ग्राम गिर्द बड़गांव स्थित बाल पहरूआ केंद्र में अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा निरोधक पखवाड़ा के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रही थी। उन्होंने कहा कि बेटियां पढ़ेंगी तभी यह रूढ़ियां टूटेगी और यह देश आगे बढ़ेगा। लेकिन इसके लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना पड़ेगा। इस अवसर पर उन्होंने संस्था द्वारा संचालित निशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र एवं स्मार्ट बोर्ड क्लासरूम का उद्घाटन कर इस समुदाय के लिए लोकार्पित करते हुए लड़कियों को शिक्षा व कौशल विकास के साथ-साथ आत्मरक्षा व जीवन कौशल भी सीखने की अपील की। विशिष्ट अतिथि औराई थानाध्यक्ष अजीत प्रकाश श्रीवास्तव ने बालिकाओं को साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन क्राइम के बारे में सचेत किया। उन्होंने कहा कि पुलिस आपकी रक्षा के लिए सदैव तत्पर है, परंतु आप किसी भी घटना की सूचना अविलंब पुलिस को दें तभी पुलिस आपकी तत्परता से मदद कर पाएगी। बाल संरक्षण अधिकारी मीना गुप्ता ने विभागीय योजनाओं एवं चाइल्डलाइन की जिला समन्वयक सोनी चौरसिया ने चाइल्डलाइन सेवा के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर संस्था से जुड़ी सेजल, रिया, प्रियंका, लकी, आस्था, संजना, तान्या तथा साक्षी आदि ने बाल विवाह, लैंगिक भेदभाव, तथा शिक्षा के महत्व पर गीत, कविता, संभाषण तथा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए संस्था की निदेशक एवं बाल कल्याण समिति की पूर्व अध्यक्ष डॉ रोली सिंह ने कहा कि संस्था इस क्षेत्र में निरंतर तीन दशक से बालिका शिक्षा, लैंगिक समानता व बाल संरक्षण की दिशा में कार्य कर रही है। जिसका सकारात्मक असर अब दिखाई पड़ रहा है। कार्यक्रम का संचालन संस्था के महासचिव राजीव कुमार सिंह एवं नेहा वर्मा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन परियोजना प्रबंधन दीक्षा सिंह ने किया कार्यक्रम संयोजन में श्वेता, पूजा, शिवम, राकेश, मनोज, अजय, सोनी, मीनू ,अंशु तथा अजय आदि ने सहयोग प्रदान किया।