
गाजीपुर। शेरपुर गांव में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश और पहाड़ों से छोड़े गए पानी के चलते गंगा अब अपने उफान पर है। स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि अब बाढ़ का पानी गांव की गलियों तक पहुंचने लगा है। खेत-खलिहान डूब चुके हैं और ग्रामीणों की चिंता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। शेरपुर के निचले इलाकों में पानी घरों के दरवाज़े तक पहुंच गया है। कई घरों में पानी घुसने लगा है, जिससे लोगों को ऊंचे स्थानों पर शरण लेनी पड़ रही है। लोग घर का सामान और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हुए हैं। बाढ़ के पानी ने गांव की अधिकांश फसलें बर्बाद कर दी हैं। धान, सब्जियां, मक्के और दलहनों की फसल जलमग्न हो चुकी हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान का अंदेशा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही पानी नहीं घटा तो आने वाले दिनों में जीवन यापन और रोज़गार दोनों पर संकट खड़ा हो जाएगा। हालांकि प्रशासन की ओर से स्थिति पर नज़र रखी जा रही है, लेकिन अब तक राहत कार्यों की शुरुआत नहीं हो सकी है। नाव, राशन, पीने का पानी और चिकित्सा की सुविधाएं गांव तक नहीं पहुंची हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक प्रशासन सक्रिय नहीं होगा, तब तक स्थिति और बिगड़ती जाएगी। स्थानीय लोगों की व्यथा बताते हुए गांव के निवासी राघवेंद्र उपाध्याय बुच्चु बाबा ने बताया कि “पिछले कई सालों में हमने इतनी खतरनाक बाढ़ नहीं देखी। पानी रोज़ कुछ इंच बढ़ रहा है। मवेशियों को लेकर ऊंचे टीले पर लोग बैठे हैं, लेकिन कब तक रहेंगे, कुछ समझ नहीं आ रहा।” गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है और अभी भी पानी बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। बंधों और तटबंधों पर दबाव बना हुआ है, जिससे कहीं भी कटान या रिसाव होने की आशंका बनी हुई है।