भदोही। आई०आई०सी०टी० भदोही संस्थान का स्थापना दिवस बड़े धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समारोह का शुभारम्भ रवि पाटोदिया, पीयूष बरनवाल, संजय गुप्ता, यादवेंद्र राय काका, मुकेश कुमार डायरेक्टर डीसी हैंडीक्राफ्ट आदि के कर कमलो द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। इस अवसर पर संस्थान के छात्रों की वार्षिक पत्रिका “ताना-बाना” का विमोचन किया गया। संस्थान के निदेशक डॉ राजीव कुमार वार्ष्णेय ने आई०आई०सी०टी० की स्थापना के ध्येय और उपलब्धियो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कालीन एवं वस्त्र प्रौद्योगिकी के शिक्षण/ प्रशिक्षण एवं अनुसंधान के कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थान ने देश के गरिमामयी इंजीनियरिंग कालेजो के मध्य अपना विशेष स्थान बनाया हैं। संस्थान के छात्र/ छात्राओं ने देश-विदेश में कालीन एवं वस्त्र प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की हैं। रवि पाटोदिया ने अपने उद्बोधन में छात्र- छात्राओं से निरंतर परिश्रम से पढाई करने का सूत्र दिया और दो बी0 टेक छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा की। संस्थान की छात्रा उजाला यादव तथा श्रेया ओझा ने सरस्वती वंदना एवं शिखा चौरसिया और भावना विश्वकर्मा ने गणेश वंदना प्रस्तुत की। द्वितीय वर्ष की छात्रा प्रवल्लिका द्वारा भरत नाट्यम एवं अमन तथा चन्द्रगुप्त द्वारा ‘तेरे नैना बड़े दगाबाज रे’ को दर्शको ने काफी सराहा। कार्यक्रम के प्रथम सत्र का सञ्चालन डॉ अणु मिश्रा द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ रति कान्त मलिक द्वारा किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में नारी सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दे पर सामूहिक नृत्य व ख़ुशी राय द्वारा ‘तेरे हवाले कर दिया’ गाने की प्रस्तुति हुई की गई। अर्पित एवं अनुराग ने ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’ तथा नीरज ने ‘मुकाबला- मुकाबला गाने पर दर्शको कि तालियां बटोरी। इसी क्रम में कनिष्का, शिवानी, श्रुति, अंशिका, लीजा, सौम्या, अंकिता, यशार्थ, रितेश, शंकर और तान्या ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र का सञ्चालन हर्ष त्रिपाठी, लेशिका, नंदिनी व श्रुति ने तथा सयोंजन मयंक दुबे, शोएब, सैय्यद अली रजा, अदनान, आर्यन सिंह तथा आर्यन यादव ने किया। देर रात तक चले कार्यक्रम में कालीन जगत से जुड़े तीस से अधिक निर्यातको के अलावा संस्थान के अधिकारियो एवं कर्मचारियों समेत लगभग 350 लोगो ने हिस्सा लिया।