भदोही। आखिर कब होगी भदोही में विश्वविद्यालय की स्थापना, भदोही को जिला घोषित हुए लगभग तीस वर्ष पूरे हो चूके हैं लेकिन आज तक भदोही विश्वविद्याल विहीन है जबकि प्रतिवर्ष भदोही कालीन नगरी करोडों रुपया विदेशी मुद्रा अर्जित कर भारत सरकार को देता है, बड़े-बड़े मंत्री संतरी और अधिकारियों का भी आना जाना बहुत है लेकिन आज तक यहाँ एक भी विश्वविद्यालय नही है। उक्त बातें बीकॉम स्टूडेंट अरसलान खां ने भदोही में उच्चशिक्षा को लेकर जनप्रतिनिधियों व उच्चधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए विश्वविद्याल की मांग की। श्री खां ने कहा आज के इस आधुनिक दौर में भी भदोही के मेधावी छात्र उच्च शिक्षा से वंचित होते जा रहे हैं। इंटरमीडिएट तक शिक्षा के प्राप्ति के बाद यहाँ के लगभग 60 फीसदी छात्र या तो वह दर-बदर भटकते नजर आते है या तो आगे शिक्षा प्राप्त करने के लिए अन्य जिलों का दरवाजा खटखटाते हैं जहाँ उन्हें बहुत सारी कठिनाईयो का सामना करना पड़ता है। छात्रों में आगे बढ़ने की ललक तो है पर संसाधन की कमी के कारण सभी छात्र आगे की शिक्षा प्राप्त नही कर पाते हैं। उच्च शिक्षा ग्रहण न कर पाने कारण वे सभी मजदूरी करने लगते हैं। भदोही जिले में वैसे तो बहुत बड़े बड़े राजनेता हैं। बहुत बड़े-बड़े कारोबारी एवं सामाजिक कारकुनान है पर आज तक किसी के द्वारा भी भदोही शहर में विश्विद्यालय स्थापित करने की न सोची न ही सरकार से इसकी पहल की है। श्री खां ने आगामी लोकसभा के चुनाव में भदोहो से जो भी दावेदार हो उसको अपने मेनिफेस्टो में शिक्षा को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा जो भदोही को विश्विद्यालय देगा मैं उसी पार्टी व उसके प्रतिनिधि को जिताने के लिए अग्रसर रहूँगा जिसके चलते भदोही के लड़के डॉक्टर, इंजीनियर,अधिवक्ता, पत्रकारिता, टीचिंग व अन्य क्षेत्रों में अपना हुनर दिखाते नजर आएं और हर वर्ष भदोही से डॉक्टर,इंजीनियर बनते दिखने लगेंगे। तब जाकर भदोही का ग्राफ़ बढ़ता हुआ नजर आएगा। कहा मेरी एक छोटी सी कोशिश है की भदोही के छात्रों के एक अच्छे और बेहतर मुस्तकबिल के लिए आप सभी गार्जियंस व छात्रों से अपील है कि आप सब मेरी आवाज से आवाज मिलाकर इस लोकसभा एलेक्शन में सभी दावेदार से अपने लिए अपने बच्चो के भविष्य के लिए विश्विद्यालय की मांग करें और अपना भविष्य सुन्दर-और सफल बनायें। पढ़ेगा भदोही तभी तो आगे बढ़ेगा भदोही।