बिजनौर। जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर के जन्म दिवस पर उनके चित्र पर माला अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी।
अंकित कुमार अग्रवाल ने कहा कि डॉ० भीमराव अम्बेडकर को डॉ० बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता हैं। उनका जन्म दिन 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के रूप में भारत सहित पूरे विश्व में मनाया जाता हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि अंबेडकर जयंती को समानता और ज्ञान दिवस के रूप में भी मनाया जाता हैं। क्योंकि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले डॉ० भीमराव अम्बेडकर को समानता और ज्ञान का प्रतीक माना गया है। उन्होंने कहा कि डॉ० अम्बेडकर विश्व भर में भारतीय संविधान के निर्माता एवं शिल्पकार और देश के दलितों एवं पिछड़ों के मसीहा तथा अपनी असीम विद्वता के लिए जाने जाते हैं। इसलिए यह दिवस उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है।
जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने कहा कि बाबा साहेब डॉ० भीमराव अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन भारतीय समाज के पिछड़े वर्गों, दलितों एवं गरीबों के उत्थान के लिए न्योछावर कर दिया। डॉ० अम्बेडकर एक प्रख्यात अर्थशास्त्री, कानूनविद एवं राजनेता थे। उन्होंने सिर्फ सामाजिक न्याय एवं सामाजिक असमानता के खिलाफ ही लड़ाई नहीं लड़ी बल्कि महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को बराबरी का अधिकार, जनसंख्या नियंत्रण, मौलिक दायित्व के लिए भी आवाज बुलन्द की। जिलाधिकारी ने कहा कि बाबा साहेब कहते थे कि किसी समाज की प्रगति को उस समाज में महिलाओं की प्रगति से आंकता हूं। बाबा साहेब अपने प्रगतिशील विचारों के चलते करोड़ों भारतीयों के प्रेरणास्रोत हैं।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार सिंह, पूर्व प्रशानिक अधिकारी सलाहुद्दीन ने डॉ० भीमराव अम्बेडकर के अनुकरणीय पहलुओं पर विचार व्यक्त कर उन्हें श्रद्वांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी नन्द किशोर सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।