
शामली नई दिल्ली, समाजसेवी संस्थाओं के आवाहन पर जामा मस्जिद दिल्ली के दीन-दुनिया कार्यालय में इलाके के लोगों को बीमारियों से बचाने और बीमारियों के शिकार हुए लोगों को वापस तंदुरुस्ती दिलाने में सहायक मेडिकल एक्सरसाइज की कार्यशाला का आयोजन कामयाबी से किया गया।
इस अवसर पर यूनिवर्सिटियों में मानसिक तनाव से मुक्ति और स्वास्थ्यवर्धक एक्सरसाइज़ का प्रशिक्षण देनेवाली भारत सरकार से मान्यता प्राप्त मशहूर ट्रेनर कौसर जी ने डॉ बी इस्लाम का परिचय देते हुए कहा की दूसरों की मुफ्त सेवा करनेवाले 35 लाख वॉलिंटियर डॉक्टर साहब ने अचानक तैयार नहीं किए, वर्ष 1975 से वर्ष 2012 तक लगातार दूसरों के जीवन को अपनी *हाई क्वालिटी साइको फिजियोथेरेपी के गुण वाली मेडिकल एक्सरसाइज एवं अपग्रेडेड वर्जन वाली थैरेपीयूटिक योग अभ्यास* से चिकित्सीय उपचार एवं दुख दर्द में राहत पहुंचाने वाली सोच, और नेकी कर दरिया में डाल वाले विचार के साथ निस्वार्थ भाव से, सभी समाज के युवाओं को बिना भेदभाव, अपनी रिसर्च एवं विकास से मुसलसल, बिना रुके, बेहतर से बेहतर बनाई हुई एक्सरसाइज़ की उत्कृष्ट तकनीक (विधा) से अलंकृत किया और इस हुनरमंदि से दूसरों का सुखमय जीवन बनाने वाले वालंटियर्स की खेप तैयार करने में 35 साल की तपस्या लगी।
ए एंड एस फार्मेसी के मैनेजिंग डायरेक्टर हकीम अताउर रहमान अजमली ने डॉ बी इस्लाम के कथन का हवाला देते हुए कहा कि याद रहे की सूफ़ी, संतों, ऋषि-मुनियों, ग्रंथियों, योगियों, सेवाभावी चिकित्सकों, सच्चे समाजसेवियों इत्यादि के यहां दिल से उनका अनुयाई बने बग़ेर, कुछ किए-धरे-बग़ेर, रातों-रात कामयाबी नहीं मिलती। इस राह में, दिल से आदर्श जीवन अपनाना और परोपकार को अपने आचरण में उतारना पहली शर्त है।
दिल्ली यूथ वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट मोहम्मद नईम साहब ने अचंभित करने वाली 28 साल पुरानी बात यह बताई की डॉ. इस्लाम ने वर्ष 1997 में इस विद्या से 302 नवयुवकों को राष्ट्रपति भवन में, 8 फरवरी 1997 को, उस समय के महामहिम राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा जी के कर-कमलों से मेरिट सर्टिफिकेट प्राप्त करने लायक बनाया। फिर वर्ष 2008 में आपको भारत सरकार में कार्यरत शिक्षकों के पहले योगा इंस्ट्रक्टर कोर्स का लीडर बनाया गया। इसके बाद वर्ष 2015 में पिछले 40 साल शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के दौरान तैयार किए गए अंतर्राष्ट्रीय स्टैंडर्ड के स्टडी मैटेरियल को दुनिया में पहली दफा तैयार की जाने वाली योग की पाठ्य-पुस्तकों में धन्यवाद के साथ समाविष्ट किया गया।
पैरा-मेडिकल एक्सरसाइज़ की कार्यशाला के प्रतिभागियों ने अंत में कृतज्ञता प्रकट की एवं हकीम अताउर् रहमान अजमली तथा दिन दुनिया संस्था के सेक्रेटरी जनरल अरशद अली फैहमी ने उत्कृष्ट समाज सेवा करने के उपलक्ष में श्री मोहम्मद नईम एवं डॉ. बी इस्लाम को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।