जनपद में भाजपा प्रत्याशी की हार को लेकर बाहर के लोग जनपद वासियों के तरह तरह से कोस रहे हैं। और भद्दी भद्दी गालियां भी दे रहे हैं। जिसे लेकर धर्म सेना प्रमुख सन्तोष दूबे ने पत्रकार वार्ता कर हार का मुख्य कारण वेलगाम अफसर शाही, भरस्टाचार, और भजपा प्रत्याशी पूर्व सांसद की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाया है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने बिना विचार किये जनता का मन टटोले बगैर जबरन ऐसे प्रत्याशी को थोप दिया जो दस वर्षों में मतदाताओं के बीच नही गया और न ही किसी पीड़ित की कोई मदद किया। उलटे जो भी व्यक्ति अपनी समस्या लेकर इनके पास आता था तो उसपर समझौता करने का दबाव बनाते थे। इतना ही नही सरकार जिन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाकर चुनाव लड़ने का मुद्दा बनाया उस पर भी कभी सांसद ने कोई कार्यवाही नहीं किया। हिन्दुत्व की बात आने पर हमेशा पीछे रहे। क्षेत्र में विकास के नाम पर भी कुछ नहीं दिखायी देता है। ऐसे में जनता किस बात पर वोट देती। यही नही अफसर शाही वेलगाम रही उस भी पूर्व सांसद मौन रहे पीड़ित जब शिकायत लेकर जाता था तो मामले का समाधान की बात नही कर उन्हें यह कहकर वापस कर देते थे कि मामला सरकार का है हम इसमें कुछ नही कर सकते हैं यही सब इनकी हार का मुख्य कारण बना और बाहर के लोग इन सब बातों को जानते नही है बस भगवान के नाम पर अयोध्यावासियों को गाली दे रहें हैं। आगे कहा कि दो सांसद वाली भाजपा को रामनाम के पौरुष पर दुबारा 85 व तीसरी बार सौ के पार किया और 2014 एवं 19 में पूर्ण बहुमत देकर सरकार बनाया आज गाली देने वाले किसी ने उस समय जनपद वासियों को कोई बाद बधाई नही दिया था। भरस्टाचार इस तरह है कि विकास के नाम पर घरों को तोड़ा गया धार्मिक स्थल तोड़े गये लेकिन मकान मालिकों को मुवाबजा देने में घोटाले की बू आती है। यही सब कारण इकट्ठा हुआ और जनता ने नकार दिया है।