वाराणसी* : गोदौलिया मे बीते सात अप्रैल रात लगभग 11:00 बजे का एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर बहुत तेज वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस को मारते हुए दिखाया जा रहा है लेकिन ऐसा कुछ नही बस पुलिस अपने वर्दी का रौब दिखाकर हिंदू संगठन के लोगो पर गलत मुकदमा लिखकर फंसा दिया है। विडीयो मे स्पष्ट दिख रहा है जिससे अबंरीश सिंह भोला ने अपने x पर ट्वीट कर प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर गुमराह करने वाले कर्मियों पर करवाई करने की मांग की गोदौलिया पर11:00 बजे हिंदू संगठन के लोग हिंदू नव वर्ष का झंडा लगा रहे थे,एक बाइक सवार व्यक्ति हिंदू संगठन का झंडा लगाते लोगों का परिचित था जिसका एक नंबर प्लेट टूटा हुआ था एवम एक्सीडेंट वजह बताने पर दरोगा जी उसे व हिंदू संगठन के लोगों को आचार संहिता का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी योगी को अपशब्दों का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया। इससे अक्रोशित लोगों से हल्का धक्का मुक्की हुआ जिसे दरोगा जी ने मारपीट का रूप दिखाकर वर्दी को शर्मसार करने का प्रयास किया। पुलिस और हिंदू संगठन के बीच एक शराबी घुस आया हिंदू संगठन के लोगों के साथ गाली गलौज करने लगा जिसको हिंदू संगठन के लोगों ने मौके पर ही पिटाई कर दी लेकिन जिस तरीके से कुछ अखबार और चैनल वाले लोग वीडियो को धुंधला कर के उसे पुलिस के पिटाई का वीडियो बता रहे हैं इस वीडियो में कि आखिरकार कौन इस वीडियो में हिंदू संगठन के साथ मारपीट कर रहा है और हिंदू संगठन वाले पुलिस को नही मार रहे हैं एक शराबी को मार रहे हैं जरा गौर से देखिए इस वीडियो को 4 मिनट 39 सेकेंड के इस वीडियो में 1 मिनट 10 सेकेंड से 1 मिनट 20 सेकेंड के बीच में ध्यान से देखिए की पिटाई किसकी हुई है या बस अफवाह फैलाया गया है. और इसमें पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महराज जी को अपशब्द बोलने पर हिंदू संगठन द्वारा आरोप लगाया गया देखते हैं कि अधिकारी वीडियो प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर गुमराह करने वाले लोगों पर कब तक करवाई करती है