गाज़ीपुर। खबर गाजीपुर की शादियाबाद थाना क्षेत्र से है जहां पर बीती रात मदरसा जामिया अरबिया मलिकुल उलूम शादियाबाद में मलिक तैबा कॉन्फ्रेंस का शानदार आयोजन किया गया।जिसमे मकामी उल्माओ के अलावा दूर दराज से आने वाले में मुख्य रूप से खतीबे हिंदुस्तान मुफ्ती हम्माद रज़ा साहब, शायरे हिंदुस्तान मुहम्मद अली फैजी, मौलाना इरशाद रब्बानी,जिसमे ख़तीबे हिंदुस्तान मुफ्ती हम्माद रज़ा ने दीने इस्लाम पर रोशनी डालते हुवे आवाम से मुखातिब हो कर बताया की इस्माल ओ धर्म है जो किसी भी धर्म पे गलत टिप्पणी करने की इज़ाजत नही देता।इस्लाम एकता मोहब्बत भाई चारा का संदेश देता है।आज कल की पीढ़ितो में अगर सबसे ज्यादा गुमराह हो रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है बड़ों का एहतराम न करना, मां बाप की इज्जत न करना आज कल की औलादे ऐसी है जिनसे मां बाप बात तक करने में डरते है।जिस औलाद को मां बाप ने अपने जिगर से लगा कर पाल पोस के बड़ा किया उन्हीं औलादों का ये हाल है।बड़ी शर्म की बात है जो मुसलमानों के बच्चे सबसे ज्यादा नशा खोरी में मुब्तेला है। मुसलमानों के बच्चे देर रात तक चट्टी चौराहे पर घूमते नजर आते है।दीन और दुनिया दोनों से पीछे है।शराब हराम है लेकिन शराब के अड्डे पर सबसे ज्यादा मुसलमानों के बच्चे पाए जाएंगे।अगर ये कौम वक्त रहते नहीं संभली तो इनका बेड़ा गर्क है साथ ही उन्होंने गरीबों के साथ अच्छा बर्ताव करने की हिदायत दिया।वही शायरे हिंदुस्तान अजमत रजा ने नबी की नात पढ़ कर 2000 से भी ज्यादा आवाम को झूमने पर मजबूर कर दिया नारे तकबीर अल्लाह हु अकबर के नारे से पूरा सहन गूंज उठा।वही मदरसे के सारे स्टॉप ने इस जलसे को कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी।वही प्रबंधन नाजिमे आला एडवोकेट अफजल सिद्दीकी ने आए हुए तमाम लोगों का तहे दिल से शुक्रिया किया और कहा की 60 तालिबे इल्म बच्चों ने दस्तार बंदी कर आगे की पढ़ाई करने के लिए कही और दाखिला ले जिसपे उन्हें मुबारक बाद देते हुए कहा की आप लोग जहां भी रहे खुश रहे और नेक काम करते रहे।