
मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सौ वर्ष पूरे होने पर स्थानीय पूर्वी रेलवे फाटक स्थित अंबेडकर स्थल में गुरुवार को शताब्दी वर्ष के अवसर पर एक महासम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पार्टी के सौ वर्ष पूरे होने पर पार्टी की नीतियों, संघर्षों एवं पार्टी की उपलब्धियो पर चर्चा की गई। महासम्मेलन में पूंजीवादी एवं फांसीवादी के खिलाफ जनसंघर्षों को तेज करो मनुवाद को ध्वस्त करो जातिवाद को पस्त करो, का नारा देते हुए मुख्य अतिथि अनीश अंकुर विख्यात संस्कृतिकर्मी एवं लेखक महासचिव अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का 25 दिसंबर 1925 को कानपुर में स्थापना की गई थी। देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग समूहों में कम्युनिस्ट नेता शोषण कृषकों और मजदूरों को संगठित करने में जुटे हुए थे। उस समय भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विभिन्न बड़े नेताओं द्वारा काफी संघर्ष कर पार्टी को जीवंत रखा गया। उन्होंने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के चुनौतियां एवं अभियान- संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर बढ़ते हमले का प्रतिकार करना। समान विचारधारा के आधार पर जनवादी एवं धर्मनिरपेक्ष ताकतों का व्यापक एकता का निर्माण करना और विघटनकारी शक्तियों के खिलाफ संघर्षों को आगे बढ़ना। आदि विभिन्न मुद्दों पर पूरे मुहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र से दर्जनों गांव एवं मोहल्लों से आई महिलाओं एवं पुरुषों को जागरूक किया गया। बताया कि भारत का सबसे पहले वह मजबूत पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी रही है। लेकिन आज महंगाई एवं भ्रष्टाचार ने इस मजबूत पार्टी को धूमिल करने का मुख्य कारण है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि इम्तियाज अहमद पूर्व विधायक, देवेंद्र मिश्रा अध्यक्ष किसान सभा मऊ, जयप्रकाश चौहान, सुभाष चक्र देवा, रामजीत चौहान, सुभाष गौतम एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता रामसोच यादव तथा संचालन रमकुमार भारती ने किया।