उन्नाव। गत 17 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कांग्रेस विकलांग प्रकोष्ठ ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने इस बयान को न केवल अंबेडकर जी की विरासत का अपमान बताया, बल्कि इसे सामाजिक न्याय और संविधान की मूल भावनाओं पर हमला करार दिया। बता दे की कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और समानता के प्रतीक हैं। गृह मंत्री द्वारा की गई ऐसी टिप्पणियां उनके महान योगदान और करोड़ों भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रयास हैं। प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता तन्मय श्रीवास्तव ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा ऐसे बयान हमारे गणतंत्र की नींव को कमजोर करने की दिशा में खतरनाक संकेत हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह के पोस्टर को हटाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हो गई। प्रदेश प्रवक्ता तन्मय श्रीवास्तव और पुलिसकर्मियों के बीच छीना-झपटी भी हुई। तन्मय श्रीवास्तव ने कहा, “बाबा साहब अंबेडकर हमारे लोकतंत्र के स्तंभ हैं। उनके प्रति इस तरह की बयानबाजी न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि यह हमारे देश के सामाजिक सद्भाव के लिए भी खतरा है। कांग्रेस इसका हर स्तर पर विरोध करेगी और तब तक चुप नहीं बैठेगी जब तक गृह मंत्री अपने बयान पर माफी नहीं मांगते।” कांग्रेस विकलांग प्रकोष्ठ के सदस्यों ने इस मुद्दे पर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा और गृह मंत्री से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अंबेडकर जी के योगदान को कलंकित करने का कोई भी प्रयास देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने के समान है।
मकर संक्रांति पर बडी संख्या मे श्रद्धालुओं ने गंगा मे लगाई आस्था की डुबकी
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जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय बर्ड फ्लू टाक्स फोर्स व जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक आहूत