बडौत।गर्मी, सर्दी या हो बरसात, लेकिन सूखी पडी चौगामा नहर में पानी की आस ,किसानों को कर रही है निराश। संबंधित अधिकारियों की लापरवाही व नेताओं द्वारा सरकार से पुरजोर मांग न होने के चलते ,पानी के अभाव में नहर सूखी रहने से खेत और किसान के अरमानों पर जरूर पानी फिर रहा है।
बता दें कि, तहसील क्षेत्र के चौगामा क्षेत्र में नहर की शुरुआत लगभग 47 वर्ष पहले की गई थी । सन् 1977 में उत्तर प्रदेश सरकार में ठाकुर बलवीर सिंह सिंचाई मंत्री के पद पर कार्यरत थे उन्होंने अपने कार्यकाल में चौगामा क्षेत्र में नहर की खुदाई करवा कर उद्घाटन किया था। इससे पहले मुजफ्फरनगर जिले के बुढाना तहसील क्षेत्र के कुछ इलाके जनपद मेरठ में हुआ करते थे उस समय यह नहर बुढ़ाना कस्बे से गुजर रही थी तथा हिंडन नदी पर चेक डैम बनाकर पानी डालने की योजना बनी थी, लेकिन कुछ दिन बाद इस योजना में बदलाव हुआ और इसका विस्तार करते हुए इसको रेगुलर नहर बनाने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया और यह नहर सहारनपुर से वाटर लेवल ऊपर उठने के लिए प्लान तैयार करके नहर का कार्य लालू खेड़ी से जोला गांव से होते हुए पहुंची । जोला से इस नहर में कई माइनर निकल गए इसके बाद यह नहर चौगामा क्षेत्र से गुजरती हुई कुरालसी निरपुडा गांव होती हुई दोघट टीकरी आदि गांव से गुजर रही है। इस नहर को चोगामा क्षेत्र नहर का नाम बदलकर चौधरी चरण सिंह नहर कर दिया गया था ।
नहर में पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर पिछले वर्ष लगातार धरना प्रदर्शन एक माह तक होता रात ,तब जाकर इस नहर में पानी दिन रात छोड़ा गया था। लेकिन इसके बाद से किसान इस नहर में पानी छोड़े जाने की मांग लगातार करते आ रहे हैं ,मगर यह नहर सूखी पड़ी है, जिससे किसान भी बेहद परेशान दिखाई दे रहे हैं। किसानों के खेत खलिहान सूखे पड़े हैं। चोगामा क्षेत्र के किसानों में नहर में पानी नहीं आने से आक्रोश पनपता जा रहा है।किसानों ने नहर की सफाई कराने ,नहर में पानी छोड़े जाने की मांग की है।
किसान नेता संजीव कुमार विकास चौधरी सत्येंद्र सिंह रामकुमार चौधरी धर्मपाल सिंह पप्पन राणा सुरेंद्र राणा बिजेंदर राना हरवीर सिंह गजेंद्र सिंह विक्रम सिंह राणा हरवीर सिंह दिलावर सिंह सुकरामपाल सिंह आदि किसानों ने कहा कि ,अगर एक सप्ताह के अंदर नहर में पूर्ण तरीके से पानी नहीं छोड़ा गया ,तो तहसील परिसर में किसान धरने पर बैठ जाएंगे और जब तक पानी नहर में नहीं छोड़ा जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा ।