बुलन्दशहर.गोकशो ने रात के अंधेरे में गोकशी की वारदात को अंजाम दे डाला। गुलावठी...
Pahal Today
बुलंदशहर.(डिबाई) जेपी हॉस्पिटल,चिट्टा द्वारा उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उ०प्र०(पंजी०) एवं अमर उजाला फाउंडेशन के...
आजमगढ़ पहले चाचा चुनाव हार गए अब भतीजा भी हार गए। चाचा आजम खान और उनके भतीजे अपनी-अपनी सीट हार गए। उक्त बातें प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को आजमगढ़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं। उन्होंने सपा पर जमकर निशाना साधा। शिवपाल सिंह यादव के एक बयान पर कहा कि 2014 से चाचा-भतीजा एक हैं लेकिन फिर भी बीजेपी चुनाव जीत रही है। वर्ष 2024 में भी प्रदेश की सभी 80 सीटों पर कमल खिलेगा। इन दिनों भारतीय जनता पार्टी आजमगढ़ जनपद में अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में विजय हासिल करने के लिए जमीन तैयार कर रही है। हर माह में कोई न कोई मंत्री जिले में पहुंचकर जनता के बीच जा रहा है। वहीं शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को जिले में पहुंचे। वह विकास कार्यों की समीक्षा एवं वर्ष 2024 में होने वाले...
सचिन अग्निहोत्री / कानपुर देहात -: केंद्रीय विद्यालय माती में स्टूडेंट काउंसिल के अलंकरण...
सोनभद्र। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने शुक्रवार को विकास भवन के सामने क्रिटिकल गैप...
नई दिल्ली सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहारा समूह की चार सहकारी समितियों के करोड़ों जमाकर्ताओं की करोड़ों रुपये की गाढ़ी कमाई लौटाने की प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू कर दी। इस दौरान 112 छोटे निवेशकों को 10 हजार रुपये की पहली किस्त हस्तांतरित की गई। शाह ने कहा कि अब तक 18 लाख जमाकर्ताओं ने 18 जुलाई को लॉन्च किए गए ‘सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल’ पर पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा, “अब तक 18 लाख निवेशकों ने पोर्टल पर पंजीकरण...
नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘मोदी उपनाम’ वाली टिप्पणी से जुड़े आपराधिक मानहानि के मामले में उच्चतम न्यायालय से राहत मिलने के बाद शुक्रवार को कहा कि सच्चाई की हमेशा जीत होती है। गांधी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों सच्चाई की जीत होती ही है। मुझे क्या करना है, उसे लेकर मेरे मन में स्पष्टता है।’’ उन्होंने लोगों को उनका समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया। इससे पहले गांधी ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह भारत की अवधारणा (आइडिया ऑफ इंडिया) की रक्षा करने का अपना कर्तव्य निभाते रहेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘चाहे कुछ भी जाए, मेरा कर्तव्य वही रहेगा। भारत की अवधारणा की रक्षा करना।’’ उच्चतम न्यायालय ने ‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई कथित विवादित टिप्पणी के संबंध में 2019 में दायर आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाते हुए शुक्रवार को उनकी लोकसभा की सदस्यता बहाल करने का रास्ता साफ कर दिया। शीर्ष अदालत ने गुजरात उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह आदेश दिया। उच्च न्यायालय ने ‘मोदी उपनाम’ से जुड़े मानहानि के मामले में कांग्रेस नेता की दोषसिद्धि पर रोक लगाने के अनुरोध वाली उनकी याचिका खारिज कर दी थी। गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी सभा में ‘मोदी उपनाम’ के संबंध में की गई कथित विवादित टिप्पणी को लेकर राहुल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
नई दिल्ली: लोकसभा में पास हो चुके जन विश्वास बिल को राज्यसभा में भी मंजूरी मिल चुकी है। इस विधेयक ने कई अपराधों में जेल की सजा को खत्म कर दिया है। यह बिल 19 मंत्रालयों से जुड़े 42 कानूनों के 183 प्रावधानों को जेल की सजा से मुक्त करेगा और इज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रमोट करेगा। आसान शब्दों में कहे तो, यदि कोई व्यक्ति अनजाने में कोई कृत्य करता है और उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हो जाते हैं और लोगों को जेल की सजा तक होती थी, उन्हें अब अपराध नहीं माना जायेगा और उनमें मिलने वाली सजा कम या खत्म कर दी जाएगी। पहले जिन गड़बड़ी को अपराध की श्रेणी रखा गया था वो अब जुर्माने तक सीमित हो जाएंगे। बिल में साफतौर पर कहा गया कि देश के लोग सरकार और अलग-अलग संस्थानों पर भरोसा करें, यही लोकतंत्र का आधार है। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि जन विश्वास बिल क्या है और इसके तहत किन कानूनों में अपराध के प्रावधान को हटाया गया या कम किया गया है। साथ ही, बताएंगे कि इसके पीछे क्या कारण है। जन विश्वास बिल क्या है? कई पुराने प्रावधानों में संशोधन करके उसे एक बिल के रूप में पेश किया गया है, इसे जन विश्वास बिल कहा गया है। जन विश्वास बिल का लक्ष्य है कि 19 मंत्रालयों के 42 कानूनों के 180 अपराधों को गैर-अपराधिक घोषित कर देना यानी 180 अपराधों को अब अपराध नहीं माना जाएगा। इनकी सजा में बदलाव किया जाएगा, जिसमें कई अपराधों को जुर्माने तक सीमित कर दिया जाएगा, तो कई मामलों में सजा खत्म कर दी जाएगी। किन क्षेत्रों में दिखेगा बदलाव? इस बिल के पास हो जाने से अब तक क्षेत्रों में बदलाव देखने को मिलेगा, जिसमें पर्यावरण, कृषि, मीडिया, उद्योग, व्यापार, प्रकाशन और कई अन्य क्षेत्र के हैं। जन विश्वास विधेयक से Ease of doing Business और Ease of Living आसान होगी। क्या-क्या बदलाव होगा? बिल के कानून में तब्दील होने पर कई बड़े बदलाव होंगे। कई अपराधों में जेल के प्रावधान को समाप्त किया जाएगा, जैसे- इंडियन पोस्ट ऑफिस एक्ट,...
नई दिल्ली शुक्रवार 4 अगस्त को आज सर्राफा बाजार को सोने की कीमत स्थिर रही तो वहीं चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, राजधानी दिल्ली में आज सोने की कीमत 60,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही। अगर चांदी की कीमत के बारे में बात करें तो चांदी आज 100 रुपये गिरकर 74,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। वैश्विक बाजार में सोना 1,934 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर सपाट था जबकि चांदी गिरावट के साथ 23.47 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर थी। वायदा कारोबार में सोना वायदा कारोबार में आज सोने की कीमत 79 रुपये गिरकर 59,353 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर, अक्टूबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 79 रुपये या 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,353 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जिसमें 14,882 लॉट का कारोबार हुआ। वायदा कारोबार में चांदी वायदा कारोबार में आज चांदी की कीमत 418 रुपये गिरकर 72,104 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर, सितंबर डिलीवरी के लिए चांदी अनुबंध 16,312 लॉट के कारोबार में 418 रुपये या 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,104 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया। क्या है आपके शहर में गोल्ड की कीमत गुड रिटर्न वेबसाइट के मुताबिक सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें आज इस तरह हैं: दिल्ली में 24 कैरेट, 10 ग्राम सोना 60,100 रुपये है। मुंबई में 24 कैरेट, 10 ग्राम सोना 59,950 रुपये है। कोलकाता में 24 कैरेट, 10 ग्राम सोना 59,950 रुपये है।...
नई दिल्ली । देश में अभी टमाटर की बढ़ती कीमत ने लोगों को बेहाल कर दिया है। टमाटर और बाकी सब्जियों के बाद ऐसा माना जा रहा है कि अगले महीने प्याज के दाम भी बढ़ जाएंगे। क्रिसिल के एक शोध रिपोर्ट के अनुसार सितंबर महीने की शुरुआत में आपूर्ति में संभावित कमी के कारण खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें बढ़ सकती है। इनकी कीमत 0-70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। क्रिसिल ने अपने शोध रिपोर्ट में कहा कि अगस्त महीने के अंत तक खुले बाजार में रबी स्टॉक में काफी गिरावट आने की उम्मीद है। इस से मंदी का मौसम 15-20 दिनों तक बढ़ जाएगा। ऐसे में बाजार में आपूर्ति में कमी की वजह से सामानों की कीमत में बढ़ोतरी हो सकती है। असामान्य मौसम ने पारंपरिक आपूर्ति कार्यक्रम को बाधित कर दिया है। देश में अभी प्याज की कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास है। क्रिसिल रिपोर्ट के अनुसार उच्च तापमान की वजह से महाराष्ट्र , मध्य प्रदेश, और राजस्थान में रबी की फसल जल्दी पक गई। वहीं, मार्च में इन राज्यों में बेमौसम बारिश ने प्याज की गुणवत्ता को प्रभावित कर दिया है। इस वजह से प्याज की सेल्फ लाइफ छह महीने से घटकर 4-5 महीने हो गई है। ऐसे में किसानों को भंडारण की चिंता बढ़ गई है जिससे बचने के लिए उन्होंने घबराहट में बिक्री शुरू कर दी है। रबी की फसल के बाद खरीफ फसल आती है रबी की फसल को मार्च के महीने में बाजार में लाया जाता है। अब बेमौसम बरसात की वजह से इसे जल्दी काटा गया और यह फरवरी के महीने में ही बाजार में उपलब्ध हो गई। खरीफ की फसल बाजार में प्रचुर मात्रा में था। रबी का स्टॉक सितंबर के अंत तक मांग को पूरा करने के लिए काफी होता है। इसके बाद खरीफ फसल बाजार में आती है। रबी प्याज की कम शेल्फ लाइफ और फरवरी-मार्च में ज्यादा बिक्री की वजह से इस महीने के अंत में प्याज की कीमतों में असंतुलन दिखाई देने की उम्मीद है। अक्टूबर में मिल जाएगी राहत क्रिसिल की रिपोर्ट में अक्टूबर में खरीफ का स्टॉक बाजार में आ जाएगा। बाजार में प्याज की आपूर्ति में सुधार हो जाएगा। जिसके बाद इनकी कीमतों में नरमी आ जाएगी। आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति में सुधार होना चाहिए, जिससे कीमतें नरम होंगी। अगस्त महीने में भारी गिरावट की संभावना नहीं है। इस वर्ष प्याज का 29 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है। ये पिछले पांच वर्षों में ज्यादा है।