बिजनौर। भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गुर्जर ने अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दे पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि फिलिस्तीन में मारे गए लाखों बच्चों एवं महिलाओं की मौत का जिम्मेदार इजराइल है और जितने भी अन्तर्राष्ट्रीय ऑर्गेनाइजेशन है। उनसे सवाल है कि आखिर 5, 7 एवं 10 वर्ष के इन मासूम बच्चों का क्या कसूर है? उन्होंने कहा कि मानवता नाम की कोई चीज नहीं बची है और कोई भी देश इस मुद्दे पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। जबकि मानवता तार-तार हो रही है।
उन्होंने कहा कि इजराइल के लोगों ने फिलिस्तीन में शरणार्थी के तौर पर शरण ली थी और फिर सीनाजोरी दिखाई। वहां की लड़ाई का मुख्य कारण क्या है, उससे जाने से पहले यह जानना जरूरी है कि मारे गए लाखों मासूम बच्चों का आखिर दोष क्या था, और इतनी क्रूरता इजरायल ने क्यों की है, इस बात को सोचते ही व्यक्ति के मन में उथल-पुथल मच जाती है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा नरसंहार है, और इस मुद्दे पर अच्छी विचारधारा के लोगों को खुलकर बोलना चाहिए ।
संजय गुर्जर ने कहा कि भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलन्द कर रहा हैं। क्योंकि यह संगठन किसी राजनैतिक दल या किसी व्यक्ति के दबाव में कार्य नहीं करता है। इस संगठन की स्वतंत्र विचार धारा है और इसलिए संगठन वोटो की राजनीति नहीं करता। उन्होंने कहा कि लोगों के साथ जहां भी अत्याचार व जुल्म होगा, वहां हर कीमत पर संगठन खड़ा होकर मजबूती से लड़ाई लड़ेंगा। उन्होंने कहा कि भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन एक ऐसा संगठन है, जिसकी नीति और नीयत बिल्कुल साफ है, यह केवल इंसानियत के लिए कार्य करता है। उन्होंने लोगों से भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन का समर्थन करने की अपील की।