किसानों के ट्रैक्टर जुलूस को प्रसासन ने रोका राष्ट्रीयपर्व मनाने जा रहे थे किसान
चंदौली के चकिया में किसानों को प्रसासन द्वारा उस समय रोक दिया जब किसान अपने ट्रैक्टरों से जुलूस निकल कर गणतंत्रता दिवस मना रहे थे गौरतलब है कि चकिया जो भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में स्थान रखने वाले नेता राजनाथ सिंह की जन्म भूमि है किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष किसानों के द्वारा मनाए जाने वाले पर्व गणतंत्र दिवस को चकिया प्रशासन द्वारा भोड़सर से निकली ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा को 3 किमी बाद माध्यमिक विद्यालय भोड़सर पर रोक दिया गया। इस कर्फ्यू के चलते हजारों किसान गणतंत्र दिवस का महापर्व मनाने से वंचित रख दिये बताते चले कि पूरे शहाबगंज में चप्पे चप्पे पर पुलिस प्रशासन का पहरा था। हर नुक्कड़ से ट्रैक्टर और किसानों को वापस घर भेज दिया गया। ऐसा लग रहा था कि जैसे अंग्रेजों का राज हो। भोड़सर के रास्ते क्रमश गोविंदीपुर, भगतपुर, भुसी, अमाव, बुढमाव, इकौना, अमरसीपुर, डोमरी, रामपुर, ढुंनु, कर्नवल, ठेकहा, बड़गावां, राममाणो, भटरवल, सिंगरवाल, कीडीहरा, उदयपुरा, तियरा आदि गांव के हजारों किसान और उनके ट्रैक्टर को जबरन घर वापस भेज दिया गया। किसान और किसान संगठन इस राष्ट्रीय पर्व को नहीं मना सकते। वही मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने बताया कि तिरंगा यात्रा रोकने के सवाल को लेकर तहसीलदार चकिया ने बताया कि कोरोना वायरस के बढते प्रकोप के चलते जिले में धारा-144 लागू है। पांच या पांच से ज्यादा व्यक्ति एक जगह इकठ्ठे नही हो सकते, ना ही किसी किस्म की यात्रा, जुलूस सभा की अनुमति है प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि बढ़ते कोरोना का कोई जिक्र किसी बुलेटिन, समाचार पत्र या प्रेस कांफ्रेंस में नही किया गया कि जिले में धारा-144 लागू है। चंदौली के किसान हतप्रभ है कि ये कैसा आदेश है कि किसानों और अन्य प्राइवेट संस्थानों को सिर्फ घरों तक ही गणतंत्र दिवस मनाने को सीमित कर दिया गया है। क्या आम आदमी, छात्र, किसान समूह में तिरंगा लेकर सड़क पर नहीं निकल सकता या समूह में पर्व नही मना सकता। सिर्फ नेता और अधिकारी ही एक जगह इकठ्ठा होकर परेड की सलामी और जलपान कर सकते हैउन्होने कहा कि इस प्रकार के कर्फ्यू को देखते हुए भगतसिंह की आत्मा रो रही होगी। इस प्रकार का आदेश अंधेरपुर नगरी, चौपट राजा के कहावत को चरितार्थ कर रहा है इस अवसर जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान, मुगलसराय तहसील अध्यक्ष अलाउद्दीन, बरहनी ब्लाक अध्यक्ष जीउत मौर्या, कोषाध्यक्ष खिचडू चौहान, लल्लन चौहान,जवाहिर विश्वकर्मा, सुल्तान अहमद, सद्दाम,मेवा चौहान, त्रिपुरारी यादव, प्रमोद चौहान, अरविंद गुप्ता, उदय नारायण चौहान, भोलई चौहान, राजकुमार, रूपनारायन, राजवंत फौजी, सूबेदार मेजर साहिब सिंह चौहान, शहंशाह, पारस सिंह, शंभु चौहान, यूनिस, जमालु, प्रदीप यादव आदि लोग मौजूद रहे।