बहराइच। आईजीआरएस सन्दर्भों के निस्तारण की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान विद्युत, विकास, राजस्व, पुलिस, खाद्य एवं रसद इत्यादि विभागों की निस्तारण आख्या की गुणवत्ता संतोषजनक न पाये जाने पर निर्देश दिया कि समस्या का समाधान इस तरह से करें कि शिकायतकर्ता आपकी कार्यवाही से संतुष्ट हो जाय। डीएम ने अधिकारियों को सुझाव दिया कि निस्तारण के लिए जब भी जाएं तो शिकायतकर्ता से अवश्य मुलाकात कर तिथि व समय अवश्य नोट कर लें ताकि आपके पास इस बात का साक्ष्य अवश्य रहे कि आपने कब शिकायतकर्ता से सम्पर्क किया था।
डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि अपने विभाग से सम्बन्धित निचले स्तर पर आईजीआरएस के लम्बित संदर्भ की स्वयं अपने स्तर से गहन समीक्षा कर समयान्तर्गत निस्तारण सुनिश्चित कराये। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि निस्तारण के दौरान की गई कार्यवाही का बेहतर ढं्रग से अभिलेखीकरण भी किया जाय। डीएम ने विभागीय अधिकारियों को सचेत किया कि किसी भी दशा में आईजीआरएस के अन्तर्गत प्राप्त संदर्भाे को डिफाल्टर की श्रेणी में न जाने पाएं। अन्यथा की स्थिति में सम्बन्धित की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।
डीएम ने सीडीओ व उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि नियमित अन्तराल पर सीएचसी, पीएचसी व हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों का औचक निरीक्षण कर चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति तथा चिकित्सा सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने के साथ-साथ बीडीओ, सीडीपीओ, पशु चिकित्सालयों एवं अधीनस्थ अन्य कार्यालयों का भी निरीक्षण करते रहें। डीएम ने यह भी सुझाव दिया कि समयाभाव में वीडियों कालिंग के माध्यम से भी कार्यालयों का जायज़ा लेते रहें। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि वर्षाऋतु से पूर्व नालों इत्यादि की साफ-सफाई करा दी जाय ताकि बरसात के दौरान जल भराव की स्थिति न आने पाये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर., एएसपी सिटी रामानन्द कुशवाहा, मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, डीएफओ बहराइच, डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, एसडीएम नानपारा अश्वनी पाण्डेय, मोतीपुर के संजय कुमार, पीडी डीआरडीए राज कुमार, डीआईओएस नरेन्द्र पाण्डेय, डीएसओ नरेन्द्र तिवारी, डीसी एनआरएलएम दीपक सिंह, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।