बुलंदशहर: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत करने और डिजिटल लेन-देन के तौर तरीकों सहित अन्य वित्तीय जानकारी देने के लिए वित्तीय साक्षरता केंद्रों की शुरुआत की है। इन केंद्रों द्वारा ग्रामीणों को बैंकों में खाता खोलने, बैंक से कर्ज लेने और उसे चुकाने के बारे में जरूरी सलाह, डिजिटल लेन-देन के अलावा कई अन्य जानकारियां दी जाएंगी। गुरूवार को बुलंदशहर जिले के तीन वित्तीय साक्षरता केंद्रों के शुभारंभ के अवसर पर वित्तीय साक्षरता केंद्र पर मुख्य अतिथि अभिषेक कुमार गुप्ता एलडीएम पीएनबी बुलंदशहर ने कहा कि वित्तीय साक्षरता केंद्र ऐसी सभी गतिविधियों को अपनाएगा जिससे वित्तीय साक्षरता, बैंकिंग सेवाओं से संबंधित जागरूकता व वित्तीय योजनाओं को बल मिल सके। इसके साथ ही वित्तीय संकट में फंसे व्यक्ति को संबंधित सहायता प्रदान करना केंद्र का कार्य होगा। अब जिले में तीन वित्तीय साक्षरता केंद्र है। जिला मुख्यालय बुलंदशहर के बाद खुर्जा, सिकन्दराबाद ब्लॉक में भी वित्तीय साक्षरता केंद्र है। इन केंद्रों के माध्यम से ये लोगों को वित्तीय जानकारी मुहैया कराने के साथ-साथ योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया जाएगा। जिला मुख्य प्रबंधक अनिल कुमार शर्मा ने उपस्थित लोगों के समक्ष ये बातें कही। उन्होंने कहा कि आरोह फाउंडेशन के अंतर्गत ये केंद्र चलेंगे तथा आरबीआइ, पीएनबी बैंक, सडकेट बैंक व नाबार्ड के अधिकारी इन केंद्रों की मॉनिटरिंग करेंगे। वित्तीय साक्षरता का अर्थ है वित्त को समझने की क्षमता। इन केंद्रों के माध्यम से लोगों को वित्तीय रूप से साक्षर किया जाएगा ताकि उन्हें बैंक कार्यों से संबंधित पूरी जानकारी हो। इसके साथ लोगों को केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही बचत व बीमा के अलावा वित्तीय योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वित्तीय साक्षरता केंद्र का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बैंकों से संबंधित लेन-देन के प्रति जागरूक करना है। वहीं नाबार्ड के डीडीएम देवेन्द्र कुमार ने कहा कि इन केंद्रों का उद्देश्य ग्रामीणों को औपचारिक वित्तीय क्षेत्र के लाभ की पैरवी कराना है। वित्तीय योजना, जिम्मेदार ऋण उपभोक्ता तैयार करने के साथ केंद्र के माध्यम से लोगों को बचत खातों के प्रति जागरूक करना है। ये केंद्र ऋण, पेंशन, बीमा संबंधित नवीन जानकारी उपलब्ध कराएंगे। केंद्र वित्तीय क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न वित्तीय उत्पादों व सेवाओं की जानकारी भी देंगे।
वित्तीय साक्षरता केंद्र पर ये होंगे काम :
वित्तीय साक्षरता केंद्र के सदस्य ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता शिविरों का आयोजन करेगा। आरोह फाउंडेशन के पदाधिकारी विकास सिरोही ने कहा कि वित्तीय साक्षरता केंद्र का कर्मचारी इसके लिए प्रशिक्षण प्रदान करेंगे ताकि बैंककर्मी लोगों की वित्तीय समस्याओं का समाधान कर सकें। उपभोक्ता को कौन सी सेवा उपलब्ध करवाई गई इसका भी सारा रिकार्ड तैयार होगा। बैंक अधिकारी एक निश्चित अवधि के उपरांत केंद्र द्वारा जो भी वित्तीय साक्षरता के लिए प्रयास किए गए हैं उसकी निगरानी करेगा। साथ ही इन केंद्रों में आने वाली समस्याओं का भी मौके पर ही निवारण किया जाएगा। वित्तीय साक्षरता केंद्र के उद्घाटन समारोह में उपस्थित खुर्जा नगर चेयरमैन भगवान दास, विकास सिरोही फाइनेंशियल काउंसिलर, हरिकृष्ण उपाध्याय असिस्टेंट फाइनेंशियल काउंसिलर, रविन्द्र कुमार असिस्टेंट फाइनेंशियल काउंसिलर, ऋषिपाल मास्टर सालाबाद (बैंक मित्र), सुनील कुमार कीरतपुर(बैंक मित्र), राजकुमार समसपुर (बैंक मित्र) सहित दर्जनो कार्यकर्ता मौजूद रहें।