भारतीय किसान यूनियन में मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
पहल टुडे
ललितपुर- भारतीय किसान यूनियन ने एक ज्ञापन जिला अध्यक्ष रनजीत सिंह यादव के नेतृत्व में सीडीओ के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा जिसमें कहा गया देश की आर्थिक स्थिति को हमेशा मजबूत करने और खाद्यान्न की स्थिति को सुधारने व सुचारू रूप से चलन में रखने के लिए सबसे मजबूत अगर कोई आधार है तो वह कृषि है।संगठन ने अपने अधिकारों की ओर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों से सिंचाई की मुफ्त बिजली का वायदा किया जिसकी घोषणा बजट पेश करते हुए भी की गयी, लेकिन अभी तक किसानों को सिंचाई की मुफ्त बिजली उपलब्ध नहीं करायी गयी प्रदेश सरकार निजी नलकूपों से मीटर लगवाने की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोके और पूर्व में निजी नलकूप का कनेक्शन लेने पर 300 मीटर विद्युत लाईन विभाग की ओर से किसान को मिलती थी। इसे दोबारा से लागू किया जाये गन्ने के पेराई सत्र को शुरू हुए 2 माह से भी अधिक का समय हो गया है, लेकिन गन्ने का भाव घोषित नहीं किया गया। जबकि पिछले चार वर्षों में मात्र 25 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाकर किसानों को और गरीब बनाने का काम किया गया। गन्ने की खेती पर बढ़ते हुए खर्च को देखते हुए प्रदेश सरकार 500 रूपये प्रति कुन्तल गन्ने का भाव घोषित करें प्रदेश की कई चीनी मिलों पर आज भी करोड़ों रूपये का गन्ना भुगतान बाकी है जिसे लेकर किसान मिल परिसर में लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का बकाया भुगतान जल्द से जल्द कराया जाये प्रदेश में सबसे विकराल समस्या किसानों के सामने छुट्टा पशुओं को लेकर है। सरकार ग्राम पंचायत स्तर पर सरकारी परती की जमीनों पर पशुशालाएं बनाएं ताकि किसानों को खेती के अलावा जान-माल की सुरक्षा भी हो एमएसपी गारंटी कानून बनाने के मामले में केंद्र सरकार पहल करें और कानून को अमलीजामा पहनाया एनजीटी के नियमों में किसानों के लिए ढील देने का काम किया जाए। कृषि में काम आने वाले यंत्रों व साधनों को लेकर विशेष योजना के अंतर्गत समय सीमा में छूट देने का प्रावधान किया जाए फसलों की बुवाई के समय उर्वरक केन्द्रों पर पूर्ण मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराया जाए देश में भूमि अधिग्रहण की नीति को किसानों के अनुकूल बनाया जाए। गांवों के उजड़ने की कीमत पर उन सभी ग्रामीणों के उत्थान के लिए विशेष योजना बनें
लखीमपुर कांड के दोषी को कड़ी सजा दी जाए ज्ञापन पर मलखान सिंह राजपाल उदल सिंह आदि के हस्ताक्षर बताए गए