इंद्र का घमंड दूर करने को कराई गोवर्धन पूजा :अतुल कृष्ण
जहांगीरपुर :- श्री राधा कृष्ण प्रचार मंडल के द्वारा 24 वें वार्षिकोत्सव ने आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के सातवे दिन मंगलवार को कथावाचक आचार्य अतुल कृष्ण महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला, भगवान श्रीकृष्ण का नामकरण, पूतना वध , माखनचोरी की लीला, गोवर्धन लीला का वर्णन सुनाया।भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं से जहां कंस के भेजे विभिन्न राक्षसों का संहार किया, वहीं ब्रज के लोगों को आनंद प्रदान किया।और बताया कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी।इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ।कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया और श्रद्धालु भजनों पर देर तक नाचते रहे।कथा में इस अवसर पर कथा के यजमान प्रदीप अरविंद सिंह कुलभूषण शर्मा,संजीव शर्मा, कुवरसैन शर्मा ,अशोक वर्मा,दिव्यांक गौड़, हिमांशु कौशिक,ममता देवी,सुनीता रानी,मुन्नी देवी,लवली रानी,गीता देवी आदि सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।