अखिलेश यादव का बड़ा बयान, कहा- भाजपा सबसे बड़ी भूमाफिया पार्टी, सबसे अधिक है जातिवाद और भ्रष्टाचार
अखिलेश ने कहा कि जिस पर प्रकार से भाजपा नेताओं ने दवा व्यापारी को पीटकर उनकी आंख को खराब कर दिया है। वह घटनाबहुत निंदनीय है। इस सरकार में भाजपा नेता कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
भाजपा सरकार में सबसे अधिक जातिवाद और भ्रष्टाचार है। यह भूमाफियाओं की पार्टी है। इस दौरान तालाबों, जमीनों पर कब्जे हो रहें हैं। ये बातें मंगलवार को कानपुर आए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कही। अखिलेश यादव मंगलवार को दवा व्यापारी अमोलदीप भाटिया और मृतक किसान बाबू सिंह यादव के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने दोनों परिवार को न्याय दिलाने के साथ हर संभव का भरोसा दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दोपहर करीब 3 बजे श्याम नगर स्थित बीजेपी पार्षद पति की पिटाई से घायल दवा व्यापारी अमोलदीप भाटिया के घर पहुंचे। जहां उन्होंने परिवार से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। वह परिवार के साथ एक घंटे से अधिक समय तक रूके। जहां उन्होंने पारिवारिक माहौल में बातचीत की। जहां घटना की जानकारी ली। फिर अमोलदीप के बेटे अभिराज से पढ़ाई आदि के विषय में पूछा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अमोलदीप से कहा कि उन्हें किसी मेडिकल सपोर्ट की आवश्यकता हो तो जरूर बताएं। वह पूरी तरह से परिवार के साथ हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि परिवार को सरकारी खर्चे पर सुरक्षा मिलनी चाहिए। क्योंकि, सरकार के लोगों से विवाद है। इसके लिए उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा। अमोलदीप भाटिया के पिता कमलजीत ने बताया कि अखिलेश यादव ने पारिवारिक ढंग से बातचीत की।
सरकार सिर्फ जीरो टॉलरेंस की बात करती है
ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा था, कि वह पूर्व मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने परिवार के विषय में घटनाक्रम पर बिंदुवार जानकारी ली। परिवार का साहस बढ़ाया। कहा कि वह न्याय के लिए लड़ते रहें, पार्टी और वह उनके साथ हैं। फिर उन्होंने मीडिया से कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है। लेकिन उनका जीरो टॉलरेंस यह है कि किसी व्यक्ति की आंख फोड़ देना और बीच चौराहे पर मारपीट करना।
बेहतर इलाज और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
अखिलेश ने कहा कि जिस पर प्रकार से भाजपा नेताओं ने दवा व्यापारी को पीटकर उनकी आंख को खराब कर दिया है। वह घटनाबहुत निंदनीय है। इस सरकार में भाजपा नेता कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि वे सरकार से अमोलदीप का बेहतर इलाज और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। इसके बाद वह चकेरी गांव के लिए रवाना हो गए।
भाजपा कार्यकर्ता और नेता लगातार बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का काफिला करीब साढ़े चार बजे चकेरी गांव स्थित मृतक किसान बाबू सिंह यादव के घर पहुंचा। जहां पूर्व मुख्यमंत्री ने बाबू सिंह की पत्नी बिटान व बेटी रूबी और काजल से मिले। जहां उन्होंने बाबू सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी। यहां भी अखिलेश ने करीब 45 मिनट से अधिक समय तक रुके। इसके बाद उन्होंने मीडिया से रूबरू होकर कहा कि भाजपा कार्यकर्ता और नेता लगातार बड़ी बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
दोनों मामलों में अभी तक बुलडोजर क्यों नहीं चला
लेकिन पुलिस शासन के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसे तो मुख्यमंत्री का बुलडोजरआरोपियों पर तुरंत चल जाता है। लेकिन , इन दोनों मामलों में अभी तक बुलडोजर क्यों नहीं चला। बोले कि क्या अब बुलडोजर का डीजल खत्म हो गया है या चालक भाग गया है या पुलिस को आरोपियों के घर नहीं मालूम । न पता हो हम उनका पता बता रहे हैं।
अखिलेश के काफिले के कारण लगा जाम
चकेरी गांव में अखिलेश यादव का काफिला जब किसान के घर पहुंचा , तो उनकी फ्लीट के वाहन घर जाने वाली सड़क के बाहर खड़े हो गए। जिससे चकेरी पाली रोड पर जाम लग गया। इससे दोनों ओर से वाहनों का आवागमन ठप हो गया। इस दौरान ग्रामीणों को भी दूसरे रास्तों से जाने की सलाह दी । यह परेशानी 45 मिनट रही, जिससे जाम झेलना पड़ा । मजबूरी में लोग जहां के तहां खड़े रहे। अखिलेश के जाने के बाद यातायात की स्थिति सामान्य हो सकी। इस दौरान एक मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस भी फंसी। जिसे मौजूद पुलिस कर्मियों ने दूसरे रास्ते से ले जाने को कहा।
घर के अंदर घुसने को लेकर सपाइयों से पुलिस से हुई झड़प
चकेरी गांव में किसान बाबू सिंह यादव के घर पूर्व मुख्यमंत्री के घर कई घंटे पहले ही पहुंच गए। इस दौरान वे अंदर जाने की कोशिश करने लगे। लेकिन, प्रोटोकॉल के अनुसार पुलिस ने रोक दिया। इसमें नीलम रोमिला सिंह समेत कई महिला सपा नेत्री भी शामिल थीं। वे सभी अपनी नाराजगी जता रहे थे। फिर भी अंदर घुसने को सपाई लगातार दरवाजे पर डटे रहे। इस पर दो से तीन बार पुलिस कर्मियों की सपा नेताओं से झड़प भी हुई। लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं को अंदर घुसने नहीं दिया।
चकेरी रोड पर गड्ढा , बचकर निकले वाहन
जीटी रोड से चकेरी गांव सड़क पर एक गड्ढे से बचकर पूर्व मंत्री मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की काफिले को निकलना पड़ा। इस गड्ढे के कारण यहां जाम की स्थिति बनीं। इसमें कुछ वाहन भी फंसे । वाहनों को भी निकलने के लिए लोग जद्दोजहद करते रहे। इस पर लोगों ने कहा कि यह कैसा विकास है ,जो सड़क के गड्ढे लगे भर नहीं पा रहे हैं।
अखिलेश यादव जिंदाबाद के लगाए नारे, सेल्फी का चलता रहा दौर
चकेरी गांव पहुंचे अखिलेश यादव को देखने के लिए गांव में घरों व बाहर छतों पर भीड़ थी। उनका काफिला पहुंचते ही अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगने लगे । यह सिलसिला उनके वापस जाने पर भी रहा। इस दौरान कुछ नेता और गांव के लोग उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश में रहे। वहीं छतों पर जमा लोग भी पोज बना कर उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश में दिखे। महिलाएं और लड़कियां भीअपने अपने घरों से फोटो और वीडियो बना रहीं थीं।
अखिलेश की फ्लीट में घुसी क्वालिस , सुरक्षा कर्मियों जड़े चालक को थप्पड़
पीएसी मोड़ मनोज इंटरनेशनल में कार्यक्रम में पहुंचने के दौरान कार्यक्रम में सपा के ही एक कार्यकर्ता की क्वालिस अखिलेश यादव की फ्लीट के बीच घुस गई। इस यह देख अखिलेश के सुरक्षाकर्मियों ने उस गाड़ी को रोककर चालक को कई थप्पड़ जड़े । इसके बाद उसे बाहर का रास्ता दिखाया गया । उन्हें हिदायत दी कि इस तरह सुरक्षा में चूक हो सकती है। इसके बाद यह वह वाहन श्यामनगर स्थित दवा व्यापारी के घर भी गया । इसके बाद चकेरी गांव भी अखिलेश के काफिले के साथ – साथ पहुंचा । चर्चा रही कि यह महाशय सपा से लोकसभा के टिकट का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अपना चेहरा चमकाने की कोशिश में खुद की फजियत कराई।