मोबाइल व टैबलेट पर भी कांवड़ मार्ग की निगरानी करेगी पुलिस
गाजियाबाद। कांवड़ यात्रा के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। कांवड़ मार्ग समेत आसपास के रास्तों पर करीब 1000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से अधिकांश कैमरे आईपी एड्रेस पर आधारित हैं। ऐसे में इस बार पुलिस कांवड़ मार्ग की निगरानी अपने मोबाइल व टैबलेट पर भी करेगी। यह बात पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने कांवड़ संबंधी प्रेसवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद सुरक्षित कांवड़, सुविधाजनक कांवड़ है, जिसमें कांवड़ियों के साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा व सुविधा हमारी जिम्मेदारी है। पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने कहा इस बार कांवड़ियों की संख्या अधिक होने की उम्मीद है। ऐसे में पिछले साल की तुलना में अधिक सुरक्षा बल के साथ सुरक्षा के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा के लिए इस बार जिले को 12 जोन, 26 सेक्टर, 105 सब-सेक्टर में बांटा गया। जिसमें डीसीपी के अलावा एसीपी भी भ्रमण पर रहेंगे। कांवड़ मार्ग पर 581 ड्यूटी प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां अपने-अपने थाना क्षेत्र में थाना पुलिस के अतिरिक्त 53 इंस्पेक्टर, 574 सब-इंस्पेक्टर, 1339 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल तैनात रहेंगे। साथ ही एक कंपनी पीएसी और 144 एसएसएफ के जवानों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। अभी तक 192 आवेदन कांवड़ शिविर लगाने के लिए आए हैं। इनमें से 133 को अनुमति के दी गई है। कांवड़ शिविर की अनुमति के लिए स्थान का निरीक्षण करके कई बिंदुओं को देखा जा रहा है। इसमें विवादित स्थान या मिश्रित आबादी में शिविर लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
वीडियोग्राफी कर मंगवाया गया 1200 लीटर गंगाजल
पुलिस आयुक्त ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान कई बार कांवड़ियों की कांवड़ खंडित हो जाती है या गंगाजल गुम हो जाता है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए हरिद्वार हर की पैड़ी से 1200 लीटर गंगाजल मंगाया गया है, जो वीडियोग्राफी करके मंगाया गया है। साथ ही कांवड़ मार्ग के क्षेत्रीय थाने में कांवड़ की भी व्यवस्था की गई है। कांवड़ खंडित होने पर कांवड़ियों को उपलब्ध कराई जा सके।