कालपी। पुलिस की योजना परवान चढ़ी तो नगर के प्रमुख गली एवं चौराहे तीसरी आंख की निगरानी में रहेगे। कोतवाली प्रभारी ने इसके लिए नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष से सहयोग मांगा है।
विदित हो कि समय के साथ अपराध के तौर तरीके भी बदले है ऐसे में पुराने जमाने के संसाधनों और तरीको से अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखना और उनसे पार पाना पुलिस की बस की बात नही है और इसी के चलते पुलिस जनता की आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतर पा रही है और शायद इसी वजह से पुलिस भी कानून व्यवस्था को मजबूत रखने के लिए आधुनिक संसाधनों का सहारा लेना चाहती है। पुलिस प्रशासन प्रदेश में ऑपरेशन दृष्टि अभियान के तहत कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह व अतिरिक्त निरीक्षक मोहम्मद अशरफ के मुताबिक पुलिस ने नगर में 25 कैमरों की मदद से नगर की निगहबानी का खाका तैयार किया है जिसके तहत नगर के विभिन्न संवेदनशील गली चौराहों पर इन्हें स्थापित करने की योजना है और सोमवार को योजना को परवान चढ़ाने की कवायद भी शुरू हो गई है अतिरिक्त निरीक्षक ने पालिका परिषद के अध्यक्ष अरविंद यादव को विभाग की तरफ से मांग पत्र सौंपा है जिसमें नगर की कानून व्यवस्था का हवाला देकर 25 सीसीटीवी कैमरे लगवाने का अनुरोध किया है। सूत्रों की मानें तो पालिका अध्यक्ष ने भी पुलिस को आश्वस्त किया है कि नगर तथा जनहित में पुलिस की मांग पूरी की जाएगी अगर ऐसा हुआ तो पुलिस का यह प्रस्ताव नगर की कानून व्यवस्था के लिए एक नजीर बन जाएगा। आपको मालूम हो कि लगभग 2 वर्ष पहले भी नगर पालिका परिषद ने पुलिस के आग्रह पर मुन्ना फुल पावर चौराहा पर 4 कैमरे लगवाये थे। वाईफाई से लैस इन कैमरों से कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक इस संवेदनशील चौराहा की गतिविधियों पर नजर रखते थे लेकिन यह योजना समय के साथ दम तोड गयी और रिचार्ज न कराने से कैमरों ने काम करना बंद कर दिया और पुलिस को पालिका द्वारा लगाए गए कैमरों का कोई फायदा नहीं मिला है।