कांधला।क्षेत्र के गांव गढ़ी मियां के मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया में एक दिवसीय सालाना जलसे का आयोजन किया गया। जलसे में तलबाओ की दस्तारबंदी के साथ ही देश में अमन-चैन के लिए दुआ कराई गई। इस दौरान सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
क्षेत्र के गांव गढ़ी मियां के मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया में शनिवार को एक दिवसीय सालाना जलसे का आयोजन किया गया। जलसे को किताब करते हुए हजरत मौलाना राशिद साहब ने फरमाया कि इस्लाम धर्म हिंसा की इजाजत नहीं देता है। इस्लाम इंसानियत और भाईचारे का पैगाम देने वाला धर्म है। उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद साहब के बताए हुए रास्ते पर चलने में ही हम सब लोगों की भलाई है। जलसे को खिताब करते हुए मौलाना सलमान साहब ने फरमाया कि हम सब लोगों को अपने बच्चों को नशे से दूर रखना होगा और अपने बच्चों को दुनियावी शिक्षा के साथ ही इस्लामी शिक्षा भी दिलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में सूद लेना और देना जायज नहीं है, सूद लेने वाले इंसान की अल्लाह के यहां कोई बख्शीश नहीं है। मदरसे के प्रबंधक कारी जावेद ने जलसे में मौजूद लोगों को खिताब करते हुए फरमाया कि इस्लाम धर्म में मां-बाप का मर्तबा बहुत बड़ा है, हम सब लोगों को अपने मां-बाप की खिदमत और उनकी कद्र करनी चाहिए। जलसे में दस तलबाओ की दस्तारबंदी की गई। जलसे की सदारत हजरत मौलाना मोहम्मद आकिल साहब व निजामत कारी जावेद के द्वारा की गई। हजरत मौलाना मोहम्मद आकिल साहब ने जलसे में देश में अमन चैन के लिए दुआ कराई। इस दौरान मुफ्ती कासिम, कारी आफताब, हाफिज इस्लाम, मौलाना कादिर, अली हसन, सादिक, फरमान, अब्बास, तसव्वर सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे।