बरेली: गरीब रथ एक्सप्रेस से दिव्यांग इंजीनियर को उतारा
बरेली। मंगलवार को ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात सीआईटी ने लखनऊ से दिल्ली जा रहे दिव्यांग इंजीनियर को ट्रेन से बरेली में उतार दिया। जबकि दिव्यांग इंजीनियर टिकट बनवाने को तैयार था। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया। जिसमे दिव्यांग यात्री टिकट बनवाने को बोल रहा है। जबकि सीआईटी बहस में उलझा हुआ है।
दरअसल दिल्ली निवासी आकाश निगम पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। नोएडा की एक कंपनी काम करते हैं। पत्नी का ऑपरेशन कराकर मंगलवार को उन्हें वापस दिल्ली लौटना था। आकाश के मुताबिक उन्होंने 12203 गरीब रथ एक्सप्रेस का ऑनलाइन टिकट कराया था जो वेटिंग में था। क्योंकि उन्हें मंगलवार को ही ऑफिस ज्वाइन करना था लिहाजा वह ट्रेन में सवार हो गए।
बरेली आने से पहले ट्रेन में चेकिंग कर रहे सीआईटी ने उनका टिकट चेक किया और बताया की यह वैध नहीं है। लिहाजा आकाश ने टिकट बनाने को कहा और सीट देने की मांग की। आकाश के मुताबिक सीट देने की बात पर सीआईटी उखड़ गए और टिकट बनाने से भी इनकार कर दिया।
उन्होंने मेमो धारा 137 में मेमो देकर बरेली जंक्शन आने पर आरपीएफ के हवाले कर दिया। जबकि आकाश टिकट बनवाने के लिए तैयार थे। जिसका वीडियो भी आकाश के पास है। ऐसे में आरपीएफ भी यात्री को बरेली जंक्शन सीआईटी कार्यालय छोड़ गई। बहरहाल दोपहर तक जंक्शन के अधिकारी तकनीकी अड़चनों में उलझे हुए थे।
जिस सीआईटी ने मेमो देकर से दिवयांग इंजीनियर को उतारा वह पूर्व में भी विवादित रह चुका है। मुरादाबाद में तैनात एक पुलिस कर्मी को बरेली जंक्शन पर पीटने और लूट के आरोप में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इस मामले में तीन ने टिकट चेकिंग स्टाफ के सदस्य भी शामिल थे। कई महीने तक चारो आरोपियों को फरार तक रहना पड़ा था।