
प्रयागराज।भारत में प्रति वर्ष 24 जुलाई के दिन को आयकर दिवस के रूप में मनाया जाता है।इसी क्रम में आज सिविल लाइन्स स्थित आयकर कार्यालय में 166 वाँ आयकर दिवस बडे धूम धाम से मनाया गया।आए हुए अतिथियों एवं उपस्थित सदस्यों का कार्यक्रम के शुरूआत में अपर आयकर आयुक्त शिव कुमार राय द्वारा स्वागत किया गया,मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित गोविन्द मिश्र भूतपूर्व अध्यक्ष केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड एवं वरिष्ठ साहित्यकार को सम्मानित किया गया।राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आयी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।तत्पश्चात विभागीय कलाकारों द्वारा कविता पाठ एवं गायन प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि गोविन्द मिश्र ने आयकर दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उपस्थित समस्त से अनुरोध किया कि वे जीवन में अपने कार्य को संपन्न करते हुए अपनी रुचियों के अनुसार लोंगों के हित में भी कार्य करते रहे इससे हमारा देश परिवार और समाज उत्तरोत्तर प्रगति की ओर बढ़ता रहेगा.कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य आयकर आयुक्त मोना मोहन्ती ने बताया कि आयकर विभाग द्वारा हर वर्ष 24 जुलाई को ‘आयकर दिवस’ मनाया जाता है। 24 जुलाई, 1860 को सर जेम्स विल्सन ने भारत में पहली बार आयकर की शुरुआत की। भारत में आज आयकर के 165 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 24 जुलाई को आधिकारिक तौर पर आयकर दिवस मनाया जा रहा है।यह दिन कर भुगतान को बढ़ावा देने और भविष्य के करदाताओं को कर भुगतान के महत्व के बारे में शिक्षित एवं जागरूक करने के लिए मनाया जा रहा है।अपने पहले वर्ष राजकोष में कुल 30 लाख रु० की राशि आयकर के द्वारा जमा की गई, जो बढकर तीस लाख करोड होने जा रही है।उपलब्ध विवरण के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में 27.02 लाख करोड का कर संग्रहण हुआ जिसमें प्रतिदाय जारी होने के पश्चात कुल शुद्ध कर संग्रहण रू० 22.66 लाख करोड रहा। भारत में सबसे पहले आयकर दिवस 24 जुलाई 2010 में मनाया गया और इसे भारत में इनकम टैक्स के आगमन के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाया गया था।प्रधान आयकर आयुक्त मानस मेहरोत्रा ने कहा कि कर राज्य को राजस्व प्रदान करते है और इसलिए यह किसी भी प्रकार की सरकार द्वारा प्रशासन की किसी भी प्रणाली के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है।किसी अर्थव्यवस्था की मजबूती इस बात पर निर्भर करती है कि कर प्रणाली कितनी अच्छी है।एक न्यायपूर्ण कर प्रणाली किसी देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकती है और उसकी समृद्धि को बढ़ावा दे सकती है। अतःएक निश्चित सीमा से अधिक आय वाले सभी व्यक्तियों को कर अनुपालन बनाए रखने के लिए अनिवार्य रूप से अपना आयकर रिटर्न दाखिल करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान गणमान्य अतिथिगण आयकर आयुक्त अपील कौशलेन्द्र तिवारी अपर आयकर आयुक्त ए०के०सिंह अपर आयकर आयुक्त अतुल कुमार पाण्डेय संयुक्त आयकर आयुक्त सुदीप्तो पाल सम्मानित करदाता चार्टर्ड एकाउन्टेंट एवं अधिवक्तागण आयकर कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारी नागेन्द्र सिंह रविन्द्र गौर बृजेश कुमार भावेश कुमार रोहित सिंह विजय कुमार ज्ञानेन्द्र श्रीवास्तव धर्मेन्द्र सिंह पुरुषोत्तम शर्मा सहित आयकर परिवार के अधिकारी गण एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन योगेश्वर राय आयकर अधिकारी द्वारा किया गया।