
गाजीपुर जमानियां। में मोहर्रम के दसवीं तारीख को पठान टोली मोहल्ला निवासी अखाड़ा के खलीफा निशात खान वारसी और कमेटी के सदस्यों के द्वारा सभी ताजियेदारों के इमाम चौक पर पहुंचकर अभिनंदन और ट्राफी देकर हौसला अफजाई किया। रविवार की रात इमाम चौक से उठाकर या इमाम या हुसैन की सदाओं के साथ दूरहिया स्थित कर्बला मैदान पहुंचकर बारी बारी से एक एक ताजिया को सुपुर्द खाक किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने नम आंखों से विदाई दी। इस अवसर पर ताजियादार सलीम मंसूरी आदि ताजियादारों ने बताया इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों के याद में ताजिया रखे जाते हैं। और कर्बला का वाक्या सुनाया जाता है। जिसको सुनकर लोगों की आंखें नम हो जाती हैं। या हुसैन या हुसैन की सदाऐं 10 दिनों तक गूंजती रहती हैं। उन्होंने बताया कि हमारे हुसैन हैं। हमारे हुसैन हैं लोग कहते हुए नजर आते हैं। प्रशासन के द्वारा भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते है। मंसूरी ने बताया कि सभी ताजियों को रविवार को कर्बला में दफन किया गया। इस दौरान भी पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है। मोहर्रम अखाड़ा के खलीफा निशात खान वारसी ने बताया कि ताजियेदारों के हौसला अफजाई के लिए इस तरह का कार्यक्रम पहली बार किया गया है। उन्होंने बताया कि हर साल मोहर्रम के पर्व पर शानदार तरीके से कार्यक्रम आयोजित कर ताजियेदारों का सम्मान बढ़ाया जाएगा। उक्त मौके पर शांति कमेटी के सरपरस्त नेसार अहमद खान वारसी, मोहम्मद आरिफ खान वारसी, हट खान वारसी के साथ मौलाना तनवीर रजा, माहिर कमाल अंसारी के साथ हजारों श्रद्धालुगण शामिल रहे। इस दौरान उपजिलाधिकारी ज्योति चौरसिया, क्षेत्राधिकारी राम कृष्ण तिवारी, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने बताया मोहर्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम चुस्त दुरुस्त रखने के साथ लगातार भ्रमण किया जाता रहा है। उक्त मौके पर सहयोगी शहजाद अली वारसी, अमन गांधी, सिकंदर आदि रहे।