
हाथरस। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन शाखा हाथरस द्वारा विद्युत सुधार गोष्ठी का आयोजन संगठन कार्यालय ओढ़पुरा में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित इं सुरेन्द्र सिंह, अध्यक्ष- आरवीपीजेईएस डीवीवीएनएल DISCOM मुख्य अतिथि, द्वारा बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की जिसके पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित जनपद हाथरस के सभी अवर प्रोन्नत अभियंताओं ने विद्युत व्यवस्था सुधार ओर बेहतर उपभोक्ता सेवा के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की । सभा में उपस्थित इं सुरेन्द्र सिंह, डिस्काम अध्यक्ष आगरा जी ने कहा कि सभी अवर और प्रोन्नत अभियंता उपभोक्ताओं से बेहतर संवाद बनाकर उनकी समस्याओं को यथासंभव निस्तारण कराने को प्रयासरत रहें, पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल के निजीकरण होने के बाद उत्तर प्रदेश के गरीब, किसान भाइयों को महंगी दरों पर विद्युत आपूर्ति की जाएगी जिस प्रकार महाराष्ट्र उड़ीसा गुजरात अन्य प्रदेशों में जहां पर निजीकरण पूर्व में किया जा चुका है विद्युत महंगी दरों पर दी जा रही है । विभाग के अंदर सुधार कार्यक्रमों के द्वारा स्थितियां बदली जा सकती हैं। कॉरपोरेशन में केस्को का प्रदर्शन इसका जीता जागता उदाहरण है, जहां ऊर्जा प्रबंधन एवं विद्युत कर्मियों के संयुक्त प्रयास से विद्युत वितरण व्यवस्था वित्तीय रूप से एवं बेहतर उपभोक्ता सेवा सुनिश्चित करने में सक्षम बनी । इसके अतिरिक्त देश के कई सार्वजनिक उद्यम जैसे एनटीपीसी, एनएचपीसी, बीएचईएल आदि द्वारा अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर मिसाल कायम की गई है। इनका अध्ययन कर कॉरपोरेशन की कार्य प्रणाली में सकारात्मक बदलाव किए जाने चाहिए। इं अजय कुमार, संगठन सचिव ने कहा कि यही वो कार्मिक हैं जो कोविड जैसी महासंकट के समय दिन रात कार्य करके बिजली व्यवस्था बनाए हुए थे ताकि लॉकडाउन मैं अस्पतालों और उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति होती रहे अवर अभियंता दिन रात लगातार कार्य करते हैं संसाधन और मटेरियल की भारी कमी के बाद भी लगातार विद्युत आपूर्ति बनाए रखने का कार्य करते हैं। प्रबंधन को जमीनी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए संगठन के सुझावों पर ध्यान देना चाहिए जिससे बेहतर उपभोक्ता सेवा को चरितार्थ किया जा सके। संगठन का मानना है कि विभाग में नई तकनीकों का अधिकतम प्रयोग करके कार्य दक्षता पारदर्शिता को बढ़ाया जाए साथ ही हर स्तर पर कार्य की ज़िम्मेदारी जवाबदेही भी तय होनी चाहिए । संगठन ऊर्जा क्षेत्र की बेहतरी, उत्कृष्ट उपभोक्ता सेवा एवं सस्टेनेबल वित्तीय स्थिति के लिए विभाग में चलाए जा रहे सुधार कार्यक्रमो में पूर्ण सहयोग के लिए संकल्पित है। परंतु रिफॉर्म के नाम पर निजीकरण की कार्यवाही न तो जूनियर इंजीनियर और न ही विद्युत उपभोक्ताओं आम जनमानस के हित में है, जिसी किसी भी स्थिती में स्वीकार नहीं किया जाएगा। सभा की अध्यक्षता कर रहे इं देवकीनंदन, मण्डल अध्यक्ष हाथरस ने कहा कि किसी भी प्रदेश में निजीकरण होने के बाद किसी प्रकार का कोई आमूल चूल परिवर्तन नहीं किया गया जो व्यवस्थाएं सरकारी कंपनियां चल रही थी वही व्यवस्थाएं अभी चल रही है उससे भी दर से बदतर हालत हो गए हैं अंत में सभी अतिथियों एवं सुधार गोष्ठि में उपस्थित हुए अवर प्रोन्नत अभियंताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आगे भी इस प्रकार के विद्युत व्यवस्था सुधार के कार्यक्रमों को संचालित करने का संकल्प लिया । सुधार गोष्ठि का सफल संचालन इं अमित कुमार गुप्ता ने किया आज की गोष्ठी में सहायक अभियंता इं संदीप कुमार, इं आशीष रत्न, इं राजेश कुमार,अवर अभियंता इं पुष्पेन्द्र सिंह विमल, इं राहुल कुमार, इं कमल सिंह, इं तौहशीष कुशवाहा, इं देवेन्द्र सिंह, इं ललित यादव, इं चरन सिंह, इं जितेन्द्र कुमार, इं दुष्यंत कुमार अन्य सदस्य उपस्थित रहे।