
प्रयागराज।महाकुम्भ 2025 के शुभ अवसर पर प्रयागराज की पावन धरती पर आयोजित भव्य कला प्रदर्शनी में सुप्रसिद्ध चित्रकार डॉ.गीतिका और शालिनी यादव की रचनात्मकता और कलात्मक उत्कृष्टता का भव्य प्रदर्शन किया गया।इस प्रदर्शनी में उनकी मनमोहक पेंटिंग्स ने कला प्रेमियों को सम्मोहित कर लिया।प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं मुख्य अतिथि महापौर उमेश चन्द्र केसरवानी द्वारा उद्धघाटन किया गया।इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में साइबर अधिकारी संतोष श्रीवास्तव जय प्रकाश सिंह (उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति लखनऊ) एवं राजेश सिंह आर्ट क्यूरेटर बनारस लिट फेस्ट 2025 प्रतिनिधि के रुप में उपस्थित रहे। *प्रदर्शनी की विशेषताएँ।* इस कला प्रदर्शनी में भारतीय संस्कृति आध्यात्मिकता प्रकृति सामाजिक मुद्दों और समकालीन विषयों पर आधारित पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया गया।चित्रकारों ने अपनी कला के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया, जिससे दर्शकों को गहरी अनुभूति हुई।चित्रकार डॉ.गीतिका की कृतियाँ भारतीय परंपराओं और आध्यात्मिकता पर केंद्रित रही जबकि शालिनी यादव ने आधुनिक समाज की भावनाओं और जटिलताओं को अपने चित्रों में उकेरा। इस अवसर पर महापौर उमेश चंद्र केसरवानी ने कहा यह प्रदर्शनी कला और आध्यात्मिकता का संगम है। महाकुंभ में कला के ऐसे उत्कृष्ट प्रदर्शन से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को और मजबूती मिलती है।साइबर अधिकारी संतोष श्रीवास्तव ने कहा कि कला समाज का दर्पण होती है और इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित चित्रों ने समकालीन विषयों को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया है।जय प्रकाश सिंह (उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति लखनऊ) ने अपने विचार रखते हुए कहा ऐसी कला प्रदर्शनियाँ युवाओं को रचनात्मकता की ओर प्रेरित करती हैं और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं।इस प्रदर्शनी को आगामी बनारस लिट फेस्ट 2025 से जोड़ते हुए इसमें भाग लेने हेतु गिरिजेश मिश्रा विवेक मिश्रा कुणाल पाल आयुष अग्रहरि बी के श्रीवास्तव राम कैलाश यादव शोएब आलम कयामुद्दीन यासीन अहमद शेख इरफान अहमद संजय उपाध्याय राकेश निषाद राकेश शर्मा संदीप सोनी तनवीर शरीफ प्रिया मिश्रा अतिथियों को आमंत्रित किया गया।जिससे कला और साहित्य का समन्वय स्थापित किया जा सके।कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने सभी गणमान्य अतिथियो कलाकारों और आगंतुकों का सचिव संतोष कुमार श्रीवास्तव के द्वारा आभार प्रकट किया।यह कला प्रदर्शनी महाकुंभ के सांस्कृतिक आयोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी और कला प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हुई। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मीकांत मिश्रा एडवोकेट विधि सलाहकार द्वारा किया गया। *हाइलाइट्स।* भारतीय संस्कृति आध्यात्मिकता और समकालीन मुद्दों पर आधारित पेंटिंग्स प्रसिद्ध चित्रकारों की उत्कृष्ट कलाकृतियों का प्रदर्शन महाकुम्भ के दौरान हजारों आगंतुकों की उपस्थिति कला और साहित्य के संगम को बढ़ावा।