गाजियाबाद /स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (हार्डवेयर संस्करण) के ग्रैंड फिनाले का 7वां संस्करण, 15 दिसंबर 2024 को काईट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में समापन होने जा रहा है। इस 5 दिवसीय कार्यक्रम की सुविधा के लिए संस्थान को गाजियाबाद शहर में आधिकारिक नोडल केंद्र के रूप में मान्यता दी गई थी। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के युवा-संचालित विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप है और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा एक राष्ट्रव्यापी पहल है| इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों को सरकार, मंत्रालयों, विभागों, उद्योगों और अन्य संगठनों की ज्वलंत समस्याओं को हल करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इसका आयोजन शिक्षा मंत्रालय, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल, एसबीआई फाउंडेशन और आई4सी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। समापन समारोह संस्थान के प्रबंधन सदस्यों श्री सरिश अग्रवाल (अध्यक्ष) और श्री सुनील पी गुप्ता (महासचिव) के साथ-साथ डॉ. प्रीति बजाज (महानिदेशक और एसपीओसी नोडल सेंटर), डॉ. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक), डॉ. विभव सचान (डीन आरएंडडी), श्री सौरव कुमार (महाप्रबंधक, टीबीआई-केआईईटी) और सभी आयोजन समिति के सदस्यों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा। विजेता टीम को 1 लाख रुपये का पुरस्कार एवं काईट की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा। संस्थान 11 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से 34 परामर्शदाताओं और 306 प्रतिभागियों की मेजबानी कर रहा है| सभी टीम्स विद्युत मंत्रालय द्वारा साझा किए गए 6 समस्या वक्तव्यों पर दिन-रात काम कर रहे हैं।हैकाथॉन के दौरान, सभी प्रतिभागी नवीकरणीय/टिकाऊ ऊर्जा और स्वच्छ एवं हरित प्रौद्योगिकी से सम्बंधित प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स के लिए अत्यधिक अभिनव समाधान खोजने पर काम कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, ‘तरंग’ नामक एक टीम बालों के अपशिष्ट (हेयर वेस्ट) को एक स्थायी तरल उर्वरक में बदल रही है, जो पौधों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से समृद्ध है। इसी प्रकार, एक अन्य टीम, ऐश फ्लाई, कोयला-आधारित थर्मल पॉवर प्लांट्स से निकलने वाली राख के 100% सतत उपयोग पर काम कर रही है। वे लैंडफिल ओवरफ्लो और महत्वपूर्ण पर्यावरणीय प्रदूषण को दूर करने के लिए 100% फ्लाई ऐश को उच्च-मूल्य वाले ग्लास सिरेमिक में परिवर्तित कर रहे हैं। सभी टीम्स लगातार विचार-विमर्श कर रही हैं और अपने अभिनव समाधान उद्योग विशेषज्ञों और संकाय सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत कर रही हैं। परियोजनाओं के कठोर मार्गदर्शन और मूल्यांकन के अलावा, छात्रों को योग और ज़ुम्बा सत्र प्रदान किए जा रहे हैं, ताकि उन्हें तरोताज़ा होने और तनाव मुक्त महसूस करने में मदद मिल सके। इतना ही नहीं, प्रतिभागियों के लिए हर दिन नृत्य, गायन, नुक्कड़ नाटक आदि जैसे सांस्कृतिक प्रदर्शन भी आयोजित किए जा रहे हैं। नोडल सेंटर के प्रमुख श्री विकास वर्मा (शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के प्रबंध संपादक) के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में एसआईएच में 14 लाख छात्रों ने भाग लिया है और 2 लाख से अधिक टीमों ने विभिन्न विषयों/ विचारों पर काम किया हैं। हमने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के माध्यम से 100 से अधिक स्टार्टअप बनाए हैं और उन स्टार्टअप का कुल मूल्यांकन 15000 करोड़ रुपये रहा है।”इससे पता चलता है कि एसआईएच (हार्डवेयर संस्करण) के ग्रैंड फिनाले में भाग लेने वाली टीमों में उद्यमिता के अवसरों को आकर्षित करने और विकसित भारत में योगदान करने की प्रबल संभावनाएँ हैं। यह देखना रोमांचक होगा कि समापन समारोह के दौरान कौन-सा समाधान विजेता का खिताब जीतता है।