वाराणसी।गोला चोलापुर/ वाराणसी राम कथा के सातवें दिन व्यास जी ने बताया की राम कथा सुनने का फल यह होता है कि हम अपने जीवन में भी राम भारत के चरित्र को अपनाए कथा सुनने के उपरांत हम घर जाकर उसका मनन करें और अच्छी आदतों को अपने जीवन में उतारे तभी जीवन में हम भवसागर से पार उतर पाएंगे रामचरितमानस में जितने भी पात्र हैं सबका एक उत्तम चरित्र है जिसे हम अपने जीवन में उपयोग करके एक अच्छे मानव का रूप ले सकते हैं हमें अपने मन में भगवान का ध्यान करते हुए अच्छे मानव उत्थान का कार्य करते रहना चाहिए कथा में व्यास जी ने नवधा भक्ति का भी सुंदर प्रसंग सुनाया और भगवान राम लंका से कैसे अयोध्या आए और उनका राज्याभिषेक हुआ उसका भी सुंदर वर्णन किया कथा के शुरू होने से पहले समिति के अध्यक्ष शिव शंकर सिंह (बच्चा सिंह) एवं महासचिव बालाजी राय विजय सिंह विनोद सिंह ने रामचरितमानस का पूजन करने के बाद व्यास जी का पूजन किया पूजन के उपरांत मिर्जापुर के एमएलसी श्याम नारायण सिंह (विनीत सिंह) के हाथों समिति के सभी सदस्य एवं पदाधिकारी का अंग वस्त्र देकर स्वागत किया गया तथा उपस्थित श्रोतागणो को समिति के अध्यक्ष शिव शंकर सिंह (बच्चा सिंह) के द्वारा कंबल वितरण किया गया कथा में भारी संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे जिन्होंने कथा के अंत में भंडारे का प्रसाद भी ग्रहण किया कथा में मुख्य रूप से त्रिभुवन चौबे अनिल सेठ भरत जायसवाल दिनकर मिश्रा संतोष पाठक जितेंद्र सिंह महेंद्र नारायण सिंह सियाराम यादव अशोक सिंह और समिति के सभी सदस्यों के साथ भारी संख्या में श्रोतागण मौजूद रहे।