गाज़ियाबाद। दुर्गावती देवी सभागार, विकास भवन में ”निपुण कार्यशाला” का शुभारम्भ जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री अभिनव गोपाल व बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दीप प्रज्वलन करते हुए किया गया।
जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बैठक में उपस्थित गणमान्यों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया और कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए उसके प्रति उत्साह और रूचि होना आवश्यक है। इसलिए सभी अध्यापक बच्चों को पढ़ाने के लिए अपने अन्दर उत्साह, जोश और रूचि लायें। जिससे आपके अन्दर बच्चों को भिन्न—भिन्न तरीकों से पढ़ाने के नये—नये तरीके सर्जन होंगे। तभी आप लोग समझ पायेंगे की कमजोर या देर से समझने वाला या ना समझ पाने वाले विद्यार्थियों को कैसे पढ़ाया जाये। जब आप समझ जायेंगे की किसी छात्र को किसी विधि से पढ़ाना है तो हर एक छात्र निपुण छात्र व हर एक विद्यालय निपुण विद्यालय होगा। अत: छात्रों को देखे और समझे कि छात्र की रूचि किस प्रकार की है और तब आप उसे समझायेंगे तो वह जरूर समझेगा और तब आपका वह कमजोर विद्यार्थी निपुण विद्यार्थी बनेगा। आपके द्वारा विभिन्न तरीकों से छात्रों को निपुण बनाया जाना ही आपकी कर्त्तव्यनिष्ठा है। अध्यापक की जिम्मेदारी है कि वे अपने शिष्यों सहित विद्यालय को निपुण विद्यालय बनाने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
मुख्य विकास अधिकारी श्री अभिनव गोपाल ने ‘सहयोगात्मक पर्यवेक्षण ’ को प्रभावशाली बनाने के लिए एआरपी’एस द्वारा उचित फीडबैक और मार्गदर्शन देना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जनपद में
एआरपी, एसआरजी, बीईओ’एस ने मिलकर जनपद में सरानीय काम किया है। उन्होंने एआरपी’एस का प्रोत्साहन किया और निपुण के अंदर ज़िले की प्रगति को प्राथमिकता देने को कहा। साथ ही साथ उन्होंने विभाग को एनएटी और एनएएस परीक्षा से सम्बंधित तैयारियां और परिणाम पर ध्यान देने और सुचारु रूप से परीक्षा कराने का निर्देश दिया।
श्री ओ. पी. यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रतिभागियों को ‘मिशन मोड’ पर दृढ निश्चय के साथ काम करने के लिए निर्देश दिया और प्रतिभागियों से आगामी एनएटी और एनएएस परीक्षा के विषय में कुछ जानकारी साझा की। उन्होंने सभी को मिलकर काम करने का आह्नान किया।
कार्यशाला में मंच संचालन एसआरजी श्रीमती पूनम शर्मा, श्री देवनकुर, जिला समन्यवक श्री अरविंद कुमार, श्रीमती रुचि त्यागी, श्री राकेश एवं डायट मेन्टर श्री पिंटू द्वारा किया गया। कार्यशाला में मुख्य रूप से डायट वरिष्ठ प्रवक्ता शाहीन, निपुण सेल की टीम, जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, डायट मेन्टर एआरपी, एसआरजी, जिला समान्यवक मौजूद थे।