जरवल/बहराइच। प्रदेश की योगी सरकार “सबका साथ, सबका विकास” नीति के साथ विकास कार्यों पर काम कर रही है। सरकार सभी की बराबर भागीदारी लेकर कृत संकल्पित है। वही जरवल विकास खण्ड में अपनी उपेक्षा से नाराज दर्जनों क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने सामुहिक इस्तीफा दे दिया है।
योगी सरकार की “सबका साथ,सबका विकास” नीति के विपरीत प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा से नाराज जरवल के क्षेत्र पंचायत सदस्यों कमलेश कुमारी, नसीम, कृष्णा देवी, मुनवू, हरिश्चंद्र, रेशमा खातून, गुड्डू, ओम लता, सकुन्तला, ढोडे, अनीता यादव, राज किशोर गौतम, मन्नन ने अपना सामूहिक इस्तीफा मुख्यमंत्री,पंचायती मन्त्री, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज, जिलाधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष, वीडीओ और प्रमुख को भेज दिया है। क्षेत्र पंचायत सदस्यों का कहना है कि वह जनता के चुने हुए प्रतिनिधि है और क्षेत्र पंचायत सदन के सदस्य है। जनता ने वोट देकर उन्हें निर्वाचित किया है, उनकी हम से अपेक्षा है। जनमानस की अपेक्षा और उनकी मांग के अनुसार कार्य कराने हेतु क्षेत्र पंचायत की बैठकों में विकास कार्यों का प्रस्ताव सदस्यों ने दिया।
प्रमुख और बीडीओ जरवल से मिलकर उनके क्षेत्र के विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर कराने आग्रह भी किया गया, परन्तु उनके प्रस्ताव की बराबर उपेक्षा की गयी। स्थिति यह हो गयी है कि हम वर्तमान समय में अपनी जनता के सामने खड़े होने का साहस नहीं जुटा पा रहे है।