गाजीपुर। पढ़ने के लिए माँ ने पिटाई कर दी तो बेटा नाराज होकर घर छोड़कर चल दिया। परिवार के लोग उसकी खोजबीन में जुटे ही थे कि 40 किमी दूर गाजीपुर रेलवे स्टेशन से उसे बरामद कर लिया गया। गाजीपुर में मां की पिटाई से एक बच्चा इतना नाराज हुआ कि वह घर छोड़कर चला गया। हालांकि वह लड़का रेलवे पुलिस के हाथ गाजीपुर के रेलवे स्टेशन पर लगा। आरपीएफ से उसने बताया कि मां ने पढ़ाई के लिए पिटाई कर दी है जिससे वह नाराज होकर भाग आया है। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने चाइल्ड लाइन गाजीपुर के अधिकारियों को फोन कर इसकी जानकारी दी। जिसके बाद चाइल्ड लाइन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और अपने एजेंट को बुलाकर बेटे को सौंपा। गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पर एक गुरुवार को एक बच्चा बेंच पर रोता हुआ दिखा। इस दौरान ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते को लेकर आरपीएफ की टीम स्टेशन पर एक्टिव थी। इसी दौरान टीम की नजर उस बच्चे पर पड़ी। जिसके बाद टीम ने बच्चे से रोने का कारण पूछा, तब बच्चे ने अपनी पूरी कहानी बताई। बच्चे ने बताया कि उसकी मां बार-बार पढ़ाई के लिए जोर दे रही थी। लेकिन उसकी मन पढ़ने में नहीं लग रहा था। जिस पर मां ने उसे पहले डांटा और फिर उसकी पिटाई कर दी। जिससे नाराज होकर वह घर छोड़कर भाग गया और गाजीपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया। आरपीएफ की पूछताछ में बच्चे ने अपना नाम आकाश कुमार पुत्र राजकुमार ग्राम धर्मपुरवा थाना मरदह जनपद गाजीपुर बताया। इसके बाद आरपीएफ द्वारा इसकी जानकारी चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को दी गई। चाइल्ड लाइन की टीम सिटी रेलवे स्टेशन पहुंची और बच्चे की सुपुर्दगी लेते हुए उसके परिवार के लोगों से संपर्क किया। इसके बाद परिवार के लोग ग़ाज़ीपुर पहुंचे और अपने बच्चे को लेकर अपने घर चले गए। आरपीएफ गाजीपुर के इंचार्ज अमित राय ने बताया कि पिछले काफी दिनों से रेलवे द्वारा ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते अभियान चलाया जा रहा है। जिसको लेकर गाजीपुर आरपीएफ की एक टीम बनाई गई है जो रेलवे स्टेशन पर आने वाले ट्रेन के बगियों में बच्चों को चेक करती है। इसी ऑपरेशन के दौरान प्लेटफार्म नंबर पर एक बच्चा मिला था। उम्र करीब 8 से 9 साल थी।