भदोही। नगर के मर्यादपट्टी में स्थित कालीन भवन के एकमा सभागार में शनिवार को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा कालीन और संबंधित उत्पादों पर भारतीय मानक पर मानक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जहां पर प्रोजेक्टर के माध्यम से इस पर विचार पूर्वक जानकारी दी गई।
इस दौरान वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख भारतीय मानक शाखा कार्यालय लखनऊ सुधीर विश्नोई ने कहा कि
अभी तक 650 ऐसे आइटम है जिसको भारतीय मानक ब्यूरो में शामिल नहीं किया गया था। उसमें से कालीन उत्पाद भी है। अब कालीन उत्पाद को भारतीय मानक ब्यूरो में शामिल किए जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए आज मानक गोष्ठी का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि कालीन के 15 अलग-अलग आइटम को इसमें शामिल किया जाना है। जिसमें शिल्क, काटन, ऊलेन से बने अलग-अलग आइटम को उसमें शामिल किया जाएगा। उन्होंने मौजूद कालीन निर्यातकों से इसके लिए सुझाव मांगे। जिस पर निर्यातकों द्वारा अपने-अपने सुझाव दिए गए। बीआईएस केयर ऐप के बारे में बताया और डाउनलोड भी करवाया। उन्होंने इस ऐप के विशेषताओं के बारे में बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से हालमार्क वाली उत्पाद के प्रमाणिकता की जांच कर सकते हैं। विभाग के वैज्ञानिक-डी वस्त्र विभाग हिमांशु ने प्रोजेक्ट के माध्यम से निर्यातकों को होने वाले फायदे के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। वहीं वहीं लखनऊ से आए वैज्ञानिक-सी जितेश कुमार द्वारा विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला गया। मुख्य अतिथि भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) के निदेशक डॉ.एसके पाल ने कहा कि इस तरह के आयोजनों में कालीन उद्योग की भागीदारी होनी चाहिए। क्योंकि ऐसे कार्यक्रमों के जरिए बहुत कुछ सिखने और जानने को मिलता। उन्होंने कहा कि आईआईसीटी में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम 3:00 से 5:00 बजे के बीच आयोजित किए जाएंगे।
इस मौके पर एकमा उपाध्यक्ष राजेश कुमार, आलोक बरनवाल, प्रकाश चंद जायसवाल, पीयूष बरनवाल, आरके बोथरा, डॉ.बेट्टी दास गुप्ता व राशिद मलिक आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।