भदोही। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनसुनवाई पोर्टल “समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली” आइजीआरएस व उच्च न्यायालय में लंबित वादों की समीक्षा संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री एवं अन्य उच्चाधिकारियों द्वारा समय-समय पर आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त संदर्भों के निस्तारण एवं गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा की जा रही है।
इस दौरान डीएम ने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त संदर्भों का निस्तारण संबंधित अधिकारी तत्काल करें और शिकायतकर्ता से फोन पर भी संपर्क करें। जो अधिकारी शिकायतों के प्रति गंभीर नहीं है और शिकायत डिफाल्टर की श्रेणी में जा रही हैं। ऐसे अधिकारियों का अगले बैठक में वेतन तो रोका ही जाएगा और उनके प्रति विभागीय कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पहली बार में ही शिकायतों का सम्यक निस्तारण सुनिश्चित होना चाहिए। संबंधित अधिकारी मौके पर जाकर सभी पक्षों को सुनने समझने के बाद या आवश्यकता पड़ने पर अन्य विभागों के साथ सामनवय स्थापित करते हुए संतुष्टि परक निस्तारण सुनिश्चित करें। खराब परफॉर्मेंस वाले विभागों अधिकारियों को दंडित भी किया जाएगा। जून माह तक सभी पेंडिग व डिफाल्टर शिकायतों को का निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए।
तीनों तहसीलों के टॉप 10 ग्राम पंचायत में जिसमें अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही है। वहां पर एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार समय-समय पर ग्राम चौपाल लगाकर दोनों पक्षों को सुनते हुए शिकायतों के पैटर्न को समझते हुए प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करें। अपर जिलाधिकारी कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने बताया कि लोकसभा निर्वाचन समय काल के दृष्टिगत आइजीआरएस में काफी शिकायतें आ गई हैं। जिन्हें जून अंत तक सभी अधिकारी विभाग मिलकर हर हाल में निस्तारण सुनिश्चित कराए। जनसुनवाई समीक्षा बैठक में रैंकिंग समीक्षा, टॉप 10 ग्राम पंचायत जिसमें अधिक शिकायत प्राप्त हो रही है। असंतुष्ट फीडबैक प्राप्तकर्ता टॉप 10 अधिकारी की सूची असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने का मुख्य कारण, स्पेशल क्लोज एवं विशेष बंद की समीक्षा, माह जून 2024 में टॉप 20 शिकायत प्राप्तकर्ता की सूची, डिफॉल्टर प्रत्येक दिवस रखने की अद्यतन सूची, आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण हेतु विभागों से अपेक्षा संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। अपर जिलाधिकारी न्यायिक शिव नारायण सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्दबाजी में शिकायत सन्दर्भ निस्तारित न किए जाएं।
इस मौके पर समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार सहित सभी संबंधित जिलास्तरीय अधिकारी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।