लालगंज, प्रतापगढ़। प्रदेश कांग्रेस विधान मण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने गुरूवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर विपक्षी एकता की मजबूती में पार्टी के प्रयासों का समर्थन जताया। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता, स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी के साथ नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर प्रदेश के कांग्रेसियों की ओर से शुभकामना के साथ शिष्टाचार भेंट के दौरान विधायक आराधना मिश्रा ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में पार्टी की तैयारियों की भी ताजा जानकारियां दी। वहीं मणिपुर में एक समुदाय की महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाए जाने की घटना को राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी तथा कांग्रेस विधान मण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने निर्लज्जता की पराकाष्ठा करार दिया है। प्रमोद तिवारी एवं विधायक आराधना मिश्रा मोना ने हिंसाग्रस्त मणिपुर राज्य में दो महिलाओं के साथ घृणित यौन उत्पीड़न को भी केन्द्र की मोदीनीति डबल इंजन सरकार के लिए अमिट कलंक कहा है। मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के साथ हुई इस मुलाकात की जानकारी विज्ञप्ति के जरिए दी गयी है। मणिपुर के हालात पर जारी विज्ञप्ति में राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मणिपुर में मोदी सरकार की खामोशी के कारण हालात लगभग डेढ़ सौ लोगों की हिंसा में मौत के साथ दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीस-चालीस की भीड़ के द्वारा महिलाओं को बेखौफ होकर सड़क पर निर्वस्त्र घुमाए जाना तथा बेबस महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म भाजपा राज में महिलाओं की दुर्दशा का अब तक का सबसे खौफनाक वीभत्स से वीभत्सम देश भर के लिए चिन्ताजनक घटना है। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उन्होंने कहा कि मणिपुर हिंसा से जल रहा है, महिलाएं तक सुरक्षित नहीं रह गयी हैं। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि सीमावर्ती संवेदनशील राज्य होने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा के वहां भी सत्ता में होने के कारण आज तक मुंह नहीं खोल पा रहे हैं। प्रमोद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री की खामोशी केन्द्र सरकार की मणिपुर के हालात पर गैर जिम्मेदारानापन की भी कड़वी सच्चाई है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने और उनके साथ भयावह दुष्कर्म की वारदात की सरकार को जानकारी होने के बावजूद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी न हो पाना राज्य की कानून व्यवस्था के छिन्न-भिन्न हो उठने की भी जनता को असहनीय पीड़ा दिए हुए है। प्रमोद तिवारी ने तंज कसा कि भाजपा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं के झूठे नारे का ढिंढोरा पीटती रही है। उन्होंने भाजपा पर करारा वार करते हुए कहा कि महाभारत में कुरूक्षेत्र में भी द्रोपदी के चीरहरण के समय जिम्मेदार मौन साधे बैठे थे। श्री तिवारी ने कहा कि महिलाओं के साथ जुल्म और ज्यादती के मणिपुर में जिस तरह से इंतहा हुई है उसके बावजूद भी प्रधानमंत्री मौन हैं। श्री तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया में कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में इस तरह की शर्मनाक घटना का दुष्परिणाम सत्ता में बैठे लोगों के मौन को भी भुगतना पड़ेगा। श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा के कुशासन में सत्य एवं असत्य के संघर्ष में इंडिया की सत्य के संघर्ष की ऐलानिया जीत होगी। उन्होंने सवाल उठाया कि मणिपुर में यह शर्मनाक घटना आखिर भाजपा की कथनी और करनी को सरेआम पर्दाफास करते हुए आन्तरिक सुरक्षा को भी कब तक कमजोर बनाती रहेगी। श्री तिवारी ने कहा कि देश का मध्यम वर्ग महंगाई तथा मोदी सरकार के कण-कण में व्याप्त भ्रष्टाचार से परेशान है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार तथा महंगाई व कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी एकता मजबूती से संघर्ष का एलान कर रही है तो भाजपा इंडिया के नाम पर राजनीतिक हताशा का प्रदर्शन कर अपनी कमजोरियों से जनता का ध्यान बरगलाने का असफल प्रयास कर रही है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा में जरा सी भी नैतिकता बची हो तो वह मणिपुर के मुख्यमंत्री से अब फौरन त्यागपत्र ले।