October 22, 2024
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जिलाधिकारी ने पशुओं के पेयजल हेतु तालाब एवं पोखरों को भरवाने के दिए निर्देश
उरई। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने सूखा प्रबंधन हेतु विभागवार कार्यवाहियों की समीक्षा कलेक्ट्रेट सभागार में करते दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
पंचायती राज विभाग / ग्राम्य विकास विभाग/नगर विकास विभाग को निर्देशित किया कि पेयजल की सभी स्रोतों संसाधनों की उचित मरम्मत एवं पूर्ण उपयोग हेतु तैयार करना। खराब नलकूपों को समय से मरम्मत सुनिश्चित करें। पेयजल के कुओं को आवश्यकतानुसार गहरा कराना। पशुओं के पेयजल हेतु सिंचाई विभाग की नहरों, नलकूपों, निजी नलकूपों के माध्यम से तालाब एवं पोखरों को भरवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करना। खेतिहर मजदूरों एवं अन्य जरूरतमन्दो को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। ऊर्जा विभाग को निर्देश दिए कि खराब ट्रांसफार्मर निर्धारित अवधि में बदलने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। रोस्टर के अनुसार निर्धारित समय में निर्वाध विद्युत आपूर्ति हेतु व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि सिंचाई के सभी संसाधनों, सरकारी नलकूपों के चालू स्थिति में रखना है। नहरों के रोस्टर के अनुसार चलाये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित रहे। नहरों की अवैध कटान पर कड़ी निगरानी की जाए। नहरों के टेल तक पानी का प्रवाह सुनिश्चित किया जाए। खराब नलकूपों की समय से मरम्मत का कार्य सुनिश्चित किया करें। पशुओं के पेयजल हेतु सिंचाई विभाग की नहरों/ नलकूपों के माध्यम से तालाब एवं पोखरों को भरवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग मनुष्यों को लू, संक्रामक रोगों एवं महामारियों से बचाने के लिए आवश्यक निषेधात्मक व्यवस्था एवं सघन चिकित्सीय व्यवस्था सुनिश्चित करायें। महामारियों से नियंत्रण हेतु वांछित दवाओं को चिन्हांकन करके समुचित स्टाक की व्यवस्था रहे। पशुधन विभाग पशुओं के चारे के अभाव की स्थिति से निपटने हेतु कार्ययोजना तैयार करना। पशु चिकित्सालयों में पशुओं के उपचार के संसाधन एवं दवाओं की समुचित व्यवस्था रहे। महामारी के नियंत्रण हेतु दवाओं का चिन्हांकन करके समुचित स्टॉक रहे। खाद्य एवं रसद विभाग आकस्मिकता हेतु आवश्यक खाद्यान्न एवं उपभोक्ता वस्तुओं की व्यवस्था की कार्ययोजना तैयार करें। कुपोषण की स्थिति से निपटने हेतु कार्ययोजना, खाद्य सुरक्षा योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। कृषि विभाग / उद्यान विभाग मृदा में नमी संरक्षण के उपायों का प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करें। वैकल्पिक फसलों के साथ खाद्य एवं बीज के प्रबन्ध की व्यवस्था, फसलों में रोग बचाव हेतु कीटनाशक दवाओं की समुचित व्यवस्था रहे। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक कृषकों का लाभान्वित किया जाए। भू-गर्भ जल विभाग प्रदेश में मानसून से पूर्व एवं मानसून की समाप्ति पर भू-जल की उपलब्धता एवं अंतर की स्थिति के बारे में आंकड़े उपलब्ध कराना एवं भू-जल संरक्षण की कार्य योजना तैयार कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र देव शर्मा, एसीआरए जयंत तिवारी सहित आदि सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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