भदोही। नगर के मुहल्ला कोट जमुंद स्थित मेहमान रसूले अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम व मेहमाने परवरदिगार हाजी हबीबुल्लाह उर्फ अप्पू खां शनिवार को बाद नमाज जोहर बाई रोड लखनऊ रवाना हुए। लखनऊ से उनकी फ्लाइट कल शाम को सुवे हरम के लिए प्रस्थान कर जाएगी। हज बैतुल्लाह शरीफ रवानगी से पहले उनके आवास पर लोग उन्हें गले लगाकर मुबारकबाद देने के लिए आते रहे। इस मौके पर पूर्व सभासद दानिश सिद्दीकी रूमी ने हाजियों के इस्तकबाल में अशआर पढा की रुकते नही हैं अश्क गरीबो की आंख से, छेड़ा करो न हज के महीने का तजकिरा तो लोगो की आंखे नम हो गई। श्री सिद्दीकी ने कहा बड़े ही खुश नसीब वो लोग हैं जिन्हें मेहमाने परवरदिगार व मेहमान रसूले अकरम स. होने का शरफ हासिल हुआ है। उन्होंने आज़मीने हज को मुबारकबाद देते हुए कहा कि हज अल्लाह के नबियों के अदाओं का नाम है जिसे अल्लाह ने रहती दुनिया तक क़ायम कर दिया। कहा हज एक ऐसा फ़रीज़ा है जो साहिबे नेसाब पर फ़र्ज़ है। श्री सिद्दीकी ने आज़मीने हज से कहा जब आप मैदाने अरफात मे पहुंचे तो कहना ऐ मेरे परवरदिगार तेरे महबूब की उम्मत बहोत परेशान है जुल्मों सितम ढाए जा रहे है रो-रो कर दुआ करें अल्लाह दुआ कबूल करेगा। बैतुल्लाह शरीफ मे रब्बे क़ायनात से अपने गुनाहो की मगफिरत और अपने दोश्त रिश्तेदार पड़ोसियों मोहल्ले के लोगो के लिए दुआ करें तथा अपने मुल्क मे अम्नो अमां के लिए दुआ करे। हज को जाने वाले मेहमाने परवरदिगार हाजी हबीबुल्लाह उर्फ अप्पू से लोग गले मिल मोबारकबाद देते रहे और अपने हक़ में दुआ की दरख्वास्त की। वहीं घर के लोग तथा दोश्त अहबाब, रिश्तेदारों ने नम आंखों से अपने प्यारे को हज के लिए विदा किया। इस मौके पर रजाउर्रहमान उर्फ चांद बाबू, मुमताज कुरैशी, हाजी दानिश अंसारी, नेहाल खां, शहबाज खां, वसीम रहमान, शानू खां, दुलारे खां, इरफान खां, छोटू खां, गुलाम भाई बालू वाले, एजाज रहमान उर्फ अज्जू, इमरान मलिक, आकिब खां, शाहिद रहमान, हम्जा खां, पत्रकार आफताब अंसारी आदि ने मेहमाने आक़ा सलल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम को दिल की गहराइयों से मुबारकबाद दी।