बहराइच। शुष्क मौसम के दृष्टिगत जनपद में हो रहे अग्नि घटनाओं का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने समस्त तहसीलों को निर्देश दिया है कि तहसील अर्न्तगत अग्नि दुर्घटना की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों एवं परिवारों को मानवीय दृष्टिकोण हर संभव सहयोग प्रदान किया जाय तथा आग अथवा किसी अन्य दैवीय आपदा से होने वाली क्षति का आंकलन नियमानुसार पीड़ित पक्ष को अहैतुक सहायता, गृह अनुदान अथवा अन्य अनुमन्य सहायता भी प्रदान की जाय। डीएम ने बताया कि माह अप्रैल 2024 में हुई अग्नि दुर्घटनाओं में 45 व्यक्तियों को रू. 2,98,000=00 की धनराशि अहैतुक सहायता, गृह अनुदान व पशुशेड मदों में प्रदान की गई है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि तहसील सदर बहराइच अन्तर्गत 13 व 16 अप्रैल 2024 को ग्राम शाहनेवाज़पुर, बहुटा व बरहैया में हुए अग्निकांड में 03 व्यक्तियों को गृह अनुदान के रूप में रू. 24,000=00 तथा तहसील मिहींपुरवा के ग्राम छावनी, गुलरिहा, जोगनिया, कुड़कुड़ीकुऑ, मिरजवा, कठौतिया, पेटरवा व जयरामपुरवा में हुई अग्नि दुर्घटना में 33 व्यक्तियों पशुशेड सहायता, अहैतुक सहायता एवं गृह अनुदान के रूप में रू. 2,07,000=00 की सहायता प्रदान की गई है। जबकि तहसील महसी अन्तर्गत ग्राम चकैया, छत्तरपुर व सिसई हैदर में 13 अप्रैल को हुई अग्नि दुर्घटना में 05 व्यक्तियों को गृह अनुदान के रूप में रू. 28,000=00 की सहायता प्रदान की गई है।
इसी प्रकार तहसील कैसरगंज के ग्राम अहाता व रिठौरा 13 अप्रैल को हुई अग्नि दुर्घटना में हुए पशु हानि के फलरूपरूप गृह अनुदान एवं अहैतुक सहायता के रूप में 04 व्यक्तियों को रू. 39,000=00 की सहायता प्रदान की गई है। डीएम ने बताया कि उपरोक्त अग्नि दुर्घटनाओं में जहां एक ओर मौके पर अग्निशमन वाहन पहुंचे वहीं दूसरी ओर सम्बन्धित तहसील के एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल व अन्य सरकारी अमला भी मौके पर पहुंचा और पीड़ित व्यक्तियों एवं परिवारों को राहत सामग्री वितरित की गई।
डीएम मोनिका रानी ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर समस्त खण्ड विकास अधिकारियों एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया गया कि ग्राम पंचायतों के माध्यम से सभी प्राकृतिक जल स्रोतों, अमृत सरोवरों एवं तालाबों को भरवा दिया जाय ताकि आमजन तथा मवेशियों को संभावित पानी की दिक्कत न हो। इसी प्रकार जल निगम, नगर निकायों तथा पंचायती राज विभाग को यह भी निर्देश दिया गया है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्थापित इण्डिया मार्का-2 हैण्डपम्पों को क्रियाशील रखा जाय ताकि लोगों को पेयजल की कोई समस्या न हो। डीएम मोनिका रानी ने आमजन से अपील की है कि गर्मी के मौसम को मद्देनज़र रखते हुए इंसानी आबादी के आस-पास रहने वाले पक्षियों के लिए सुविधानुसार घरों की छत पर कुछ दाना पानी भी रख दें।