संवाददाता राजधानी दिल्ली में चलती बसों में टारगेट करके लोगों के पॉकेट से महंगे मोबाइल पर हाथ साफ करने वाले यूपी के एक गैंग का पर्दाफाश किया गया है। इस मामले में साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के एंटी स्नैचिंग सेल की पुलिस टीम ने पांच जेबतराशो को गिरफ्तार किया है। इनसे एक दर्जन मोबाइल बरामद किए गए हैं। अभी तक की छानबीन में आठ मामलों का खुलासा करने का दावा पुलिस ने किया है।
डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राजू, संजू, कुलदीप, बोबीन और सोनू के रूप में हुई है। यह सभी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जिला के रहने वाले हैं।
यूपी से आता और वारदात करके फरार हो जाता
एसीपी ऑपरेशन देवेंद्र कुमार सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, हेडकांस्टेबल नरेंद्र, भगत और नंदकिशोर की टीम ने इस मामले का खुलासा किया है। जब पुलिस टीम को जानकारी मिली थी, की बसों में वारदात करने वाला एक गैंग यूपी से आता है और वारदात करके फरार हो जाता है। उस जानकारी पर पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की। इनफॉरमेशन और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पता लगाना शुरू किया।
12 मोबाइल में से 8 निकला 7 थाना इलाकों का
इसी बीच पता चला कि दिल्ली कैंट इलाके में यह गैंग फिर से आने वाला है। बस में सवार होकर वारदात करने वाला है। पुलिस टीम ने दिल्ली कैंट इलाके में ट्रैप लगाया और इनको दबोच लिया। तलाशी में 12 मोबाइल बरामद किए गए। जिनमें से आठ मोबाइल दिल्ली कैंट, मालवीय नगर, ग्रेटर कैलाश, वसंत कुंज साउथ, आरके पुरम, साउथ केंपस और पहाड़गंज इलाके से चुराए गए थे। बाकी चार की अभी छानबीन की जा रही है।
टारगेट पूरा होता, उसी दिन वापस यूपी लौट जाते
पूछताछ में पुलिस टीम को पता चला कि यह लोग प्लान करके बॉर्डर पार करके साउथ दिल्ली इलाके में घुसते थे। टारगेट करके उस दिन एक रूट के बसों में सवार होकर मोबाइल पर हाथ साफ करते थे। जब दो-चार मोबाइल इन्हें मिल जाता और टारगेट पूरा हो जाता फिर ये उसी दिन वापस उत्तर प्रदेश फरार हो जाते थे। जिससे कि पुलिस को शक ना हो और यह पकड़े न जाएं। क्या यह पहले भी पकड़े जा चुके हैं या नहीं इसकी अभी छानबीन की जा रही है। जिस दिन साउथ दिल्ली में हाथ नहीं लगता, उस दिन यह आगे सेंट्रल दिल्ली के पहाड़गंज तक पहुंच जाते थे।