बालाघाट। भारत निर्वाचन आयोग के निदेर्शानुसार रविवार को पहले दिन अनुपस्थित मतदाताओं में बढ़ चढ़कर अपने मताधिकार का घर पर ही उपयोग किया। आयोग द्वारा 85 वर्ष से अधिक आयु के तथा दिव्यांगजन मतदाताओं ने सहर्ष स्वीकार करते हुए दलों को धन्यवाद भी दिया। साथ ही परिजनों में भी इस निर्णय पर संतोष जताया। आयोग ने ऐसे मतदाता जो स्वयं चलकर मतदान केंद्रों पर मतदान नही कर सकते। उनके लिए यह सुविधा दी गई कि वे चाहे तो अपनी सहमति देते हुए घर से ही मतदान कर सकते है। ऐसे मतदाताओ से मतदान के लिए रविवार को पहले दिन दलों ने किसी मतदाता के लिए दुकान पर तो किसी के लिए बेडरूम में ही कम्पार्टमेंट से मतदान केंद्र बना कर मतदान कराया। जिला आयुष व सेक्टर अधिकारी मिलिंद चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके सेक्टर में 17 में से 10 मतदाताओं ने मतदान किया है। इसी तरह सेक्टर क्रमांक 16 में 19 में से 17 मतदाताओं ने मतदान किया है। जिले की 6 विधानसभाओं में कुल 172 सेक्टर में चलित मतदान केंद्र बनाए गए।
बैहर में 89 वर्षीय महारिन बाई के लिए सिलाई मशीन पर बनाया केंद्र– बैहर विधानसभा में तरेगांव में 89 वर्षीय महारिन बाई के लिए उनके घर की सिलाई मशीन पर कंपार्टमेंट लगाकर केंद्र बनाया गया। महारिन बाई को कमर में समस्या होने से न तो वो खड़ी रह सकती है ना ही बैठकर मतदान कर सकती। ऐसी स्थिति में उनके लिए सिलाई मशीन जो उनकी ऊंचाई के अनुकूल लगी, उसी पर कंपार्टमेंट से केंद्र बनाया गया, फिर महारिन बाई ने बड़ी सहजता से मतदान किया।
97 वर्षीय ज्योतिहीन कस्तूरा बाई को भाया घर पर मतदान केंद्र– बालाघाट विधानसभा के चिचगांव की 97 वर्षीय ज्योतिहीन कस्तूरा बाई मर्सकोले ने अपने घर बनाए गए मतदान केंद्र पर मतदान किया। उनको मिली इस सुविधा पर उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ मेरे घर पर केंद्र बनाया गया नही तो शायद वो मतदान नहीं कर पाती। जिले की दुर्गम वनीय विधानसभा बैहर के छपला गांव में दिव्यांग तीरथ सिंह के लिए भी उनके घर चलित मतदान केंद्र बनाया गया। उन्होंने अपने घर पर बेटे की शादी के दूसरे दिन मंडप में बनाए गए केंद्र में ही मतदान किया।