जखनियां। भुडकुडा कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत सेमऊर व रामपुर मदरा गांव की आधा दर्जन किसानों की सुखी खड़ी गेहूं की फसल में आग लगने से दसों बीघा फसल जलकर राख हो गई। किसी तरह से ग्रामीणों ने आग पर काबू पा सके। सूचना पर राजस्व विभाग के लेखपाल भुडकुडा क्षेत्राधिकारी व कोतवाली प्रभारी तारावती व पुलिस बल मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों मे काफी नाराजगी देखने को मिली। किसानों द्वारा यह बताया गया की फायर ब्रिगेड की व्यवस्था न होने के कारण काफी फसल जल कर बर्बाद हो जाती है। जब भी किसी अधिकारी को सूचना दी जाती है तो लोगों द्वारा बताया जाता है कि बहुत जल्द व्यवस्था कर दी जाएगी। लेकिन आज तक कोई व्यवस्था हो नहीं पाई।
हालांकि देखा जाए तो जखनियां तहसील थाना कोतवाली ,ग्राम न्यायालय तमाम ऐसी व्यवस्था हो चुकी है, बस फायर ब्रिगेड ना होने के कारण किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। किसानों ने यह भी बताया कि जखनिया से गाजीपुर की दूरी करीबन 40 से 45 किलोमीटर है और जब तक सूचना फायर ब्रिगेड को दिया जाता है उसके आने तक सब कुछ जलकर राख हो गया होता है। कुछ किसानों ने तो यह भी बताया कि अगल-बगल के गांव में हर वर्ष खड़ी फसल व रैनबसेरो में आग लगती रहती है। लेकिन आज तक शासन प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दिया। बस आग लगी,आग बुझी, अधिकारी आते हैं,लिखा पड़ी करते हैं,आश्वासन देते हैं,और चले जाते हैं।
लेकिन जिन किसानों की खड़ी फसल जली है उसके आत्मा से पूछिए कि उस पर क्या गुजर रही है। किसान बेचारे खेती के बल पर ही बैंक का कर्ज,बेटी की शादी, तमाम आशा लगाए बैठे रहते हैं। और जब फसल तैयार होती है तो कोई ना कोई दुर्घटना घट जाती है।