बहराइच l जनपद में चल रहे “टीबी मुक्त ग्राम पंचायत” एक जन अभियान है, जिसमें सामुदायिक सहयोग और ग्राम स्तर पर किए गए समर्पित प्रयासों ने निर्णायक भूमिका निभाई है। गांधी जयंती के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में जिले की 15 टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों के प्रधानों को सम्मानित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने इस उपलब्धि को जनपद के स्वास्थ्य सुधार के लिए एक बड़ी सफलता बताया। सम्मानित प्रधानों में से हुजूरपुर की एक महिला प्रधान की उपस्थिति ने महिलाओं के योगदान को भी रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2025 तक देश को टीबी (क्षय) रोग से मुक्त करने के संकल्प को साकार करने के लिए राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप जनपद की 15 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया। जिलाधिकारी ने प्रधानों को गांधीजी की कांस्य प्रतिमा और प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए कहा, “यह सफलता सामूहिक प्रयासों और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच का परिणाम है। जब लोग बीमारी के प्रति जागरूक होते हैं और समय पर उपचार लेते हैं, तो किसी भी बीमारी का उन्मूलन किया जा सकता है।” उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों से आह्वान किया कि वे इस जागरूकता को बनाए रखें और अन्य बीमारियों के खिलाफ भी सामुदायिक सहयोग को आगे बढ़ाएं, ताकि जनपद पूरी तरह से स्वस्थ और रोगमुक्त बन सके।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय शर्मा ने बताया कि पंचायतों की टीबी मुक्ति की घोषणा से पहले कई मानकों की जांच की गई। इसमें पिछले कैलेण्डर वर्ष (जनवरी से दिसंबर) तक प्रति 1000 की आबादी पर 30 संभावित टीबी मरीजों की जांच की गई। साथ ही, प्रति 1000 की आबादी पर एक या उससे कम टीबी मरीज का नोटिफिकेशन पाया गया। इसके अलावा, कम से कम 60 प्रतिशत मरीजों की ड्रग सेंसिटिविटी टेस्ट (डीएसटी) की जांच हो चुकी थी और पंजीकृत कुल मरीजों में से 85 प्रतिशत का सफल उपचार हुआ, जिससे वे पूरी तरह स्वस्थ हो चुके थे। इसके आलावा निक्षय पोषण योजना के तहत 100 प्रतिशत टीबी मरीजों को कम से कम पहली किस्त का भुगतान सुनिश्चित किया गया और सभी मरीजों से पोषण सहायता पर बातचीत की गई, साथ ही उनकी स्वस्थ होने की दर की भी समीक्षा की गई। इन सभी मानकों को पूरा करने के बाद ही इन पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया गया है।
ये पंचायतें हुई टीबी मुक्त-
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एमएल वर्मा ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायतों में रिसिया ब्लॉक की भैसाही, भैसहा, गोंदौरा, तेजवापुर ब्लॉक की उमरी दहलो, खुजकीपुर, मोतीपुर की विश्रामपुरवा, नवाबगंज की परमपुर, कैसरगंज की जलालपुर बसहिया, विशेश्वरगंज की सुल्तानामाफी, चितौरा की बनिहारी, फखरपुर की बहोरवा, जरवल की चुसरापारा, हुजूरपुर की किरिडिहा व पयागगुर की परसिया पंडित गांव शामिल हैं।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने 15 टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लिया गया , इन बच्चों का पोषण व सम्पूर्ण इलाज चलने तक इनकी देखभाल संबंधित अधिकारियों द्वारा की जाएगी।