जरवल/बहराइच। दो दिन से हो रही हवा के साथ बारिश ने किसानों के उम्मीदों पर ही पानी फेर दिया जिसको लेकर किसान एक तक आसमान की ओर निहारने पर विवश हो चुका है साथ ही आने वाले दिनों की भी चिंता सताने लगी है। इस सम्बंध मे जरवल के रहने वाले इरसाद अहमद ने बताया की उनका गन्ना पड़ोस के गांव मदारपुर में ग्यारह बिहगा लगा था बारिस के साथ हवा मे गिर गया जो कल के लिए जो सपना देखा था पल भर मे चकना चूर हो गया। जोतौरा के किसान त्रिमोहन का कहना है कि हवा और बारिश के कारण खेत मे ही धान के पेड़ बाली समेत गिर गए तमाम सपनो को इन्होंने संजो कर रखे थे 24 घंटो मे ही सारे सपनो पर पानी फिर गया। इस दैवीय आपदा की कहानी ये दो ही किसानों की नही है बल्कि तमाम अन्नदाताओं के चहरे से मौसम के बदले मिजाज ने सपनो पर पानी ही फेर हवाओ के साथ बारिश को लेकर दिया l इस सम्बंध मे दैनिक भास्कर ने तमाम किसानों के मन को टटोला कई स्थानों पर खेतो पर जाकर पड़ताल कर अपने कैमरे मे इस दैविए आपदा की कुछ तस्वीरे भी कैद की जिस पर जो मंजर दिखा किसानों की हांड़ तोड़ मेहंनत पर पानी फिर जाने जैसा ही दिखा केला किसानों का भी वही हाल देखा जो धान व गन्ना किसानों का रहा। जिस ओर प्रशासन को किसानों की पीड़ा जरूर समझनी चाहिए।