पलवल पुलिस ने क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन करवा कर युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश
रतन सिंह पहल टूडे
पलवल। पलवल जिला पुलिस अधीक्षक डॉ अंशु सिंगला के दिशानिर्देश अनुसार जिला पुलिस के खेल से जोड़ो अभियान के नोडल अधिकारी डीएसपी हथीन सुरेश भड़ाना बतौर मुख्य अतिथि ने थाना उटावड के गांव मलाई में युवाओं की खेल प्रतियोगिता का आयोजन कराया और युवाओं को नशे के दुष्परिणाम, साइबर क्राइम, यातायात व सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में जागरूक किया। क्रिकेट आयोजन में आसपास के लगने वाले गांव की टीमों ने भाग लिया। विजेता टीमों को मुख्य अतिथि द्वारा इनाम देकर सम्मानित किया गया।टूर्नामेंट आयोजन के दौरान डीएसपी हथीन सुरेश भड़ाना ने युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के संबंध में और नशे से होने वाली हानियों के बारे में युवाओं को जागरूक किया। साथ ही लोगों से अपील की अगर आपके एरिया में कोई नशा बेचता है या इसके संबंध में किसी भी प्रकार का गैर कानूनी व्यापार करता है तो आप इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। आप युवाओं को नशे के चंगुल से बचने के लिए जागरूकता अभियान लगातार पुलिस के द्वारा चलाए जा रहा है। उन्होंने साइबर अपराध,डायल 1930 एवं 112 की उपयोगिता के बारे में भी जानकारी दी।डीएसपी हथीन ने युवाओं को खेलों के महत्व के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि व्यायाम करना हमारे शरीर को दुरुस्त रखने के लिए अति आवश्यक है और खेलना एक प्रकार का व्यायाम है इसलिए युवाओं को अपना पसीना खेल के मैदान में बहाना चाहिए न कि अनैतिक कार्यों में अपनी ऊर्जा को व्यर्थ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलने से हमारा शरीर तो तंदुरुस्त रहता ही है परंतु इसके साथ-साथ हमारा दिमाग भी एकाग्र रूप से पूरी तरह काम करता है तथा हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा को बनाए रखना है तथा आलस्य को दूर भगाता है इसलिए हर व्यक्ति को व्यायाम करना चाहिए या किसी भी प्रकार का खेल खेलना चाहिए जिसमें शरीर की कसरत होती रहे। इसके साथ ही पुलिस टीम ने और युवाओं को नशे की दुष्परिणाम, डायल-112 एप, साइबर क्राइम, यातायात के नियमों के बारे में और हमारे नैतिक जिम्मेदारी के बारे में भी जागरूक किया।इस अवसर पर उटावड़ थाना प्रभारी उप निरीक्षक टेक सिंह एवं थाना हथीन प्रभारी उप निरीक्षक मुकेश कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मियों के अलावा मलाई गांव के मौजीज व्यक्ति,समाजसेवी सहित अन्य ग्रामवासी शामिल थे।