मुख्य सचिव एवं डीजीपी की अध्यक्षता में आयोजित अन्तर्राज्यीय सुरक्षा एवं समन्वय बैठक में पश्चिमी यूपी के 06 मण्डलों से जुड़े अधिकारी

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अलीगढ़ 06 जुलाई 2024 (सू0वि0): मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन मनोज कुमार सिंह एवं पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशान्त कुमार की अध्यक्षता में कांवड़ यात्रा के सफल आयोजन के संबंध में अन्तर्राज्यीय सुरक्षा एवं समन्वय बैठक आहुत की गई। मण्डलायुक्त मेरठ सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उत्तराखण्ड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़, आगरा, बरेली एवं मुरादाबाद के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया गया। मुख्य सचिव ने कांवड़ियों की सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए रूट और शिविर स्थापना पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियोम को श्रावण मास में सोमवार वाले दिनों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्गों को प्रमुखता से गड्ढ़ामुक्त कराते हुए जल निकासी पर विशेष ध्यान दिया जाए। ट्रांसफार्मर में सुरक्षात्मक कवरिंग, ढीले तारों एवं हाइटेंशन तारों की चौकिंग करा ली जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग को एलर्ट मोड पर रखते हुए एन्टी स्नैक वैनम इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में व्यवस्थित ढंग से रखे जाएं।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि कावड़ यात्रा एक धार्मिक आयोजन है। इसको सिर्फ़ क़ानून व्यवस्था की निगाह से न देखा जाए। आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखा जाए। क्या करें, क्या न करें का प्रचार प्रसार किया जाए। इस बात का ध्यान रखा जाए कि सफल आयोजन के नाम पर जनसमान्य को किसी प्रकार की असुविधा न होने दी जाए। उन्होंने कांवड़ समितियों की बैठक कर सूची बनाए जाने के साथ ही सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर निगरानी के साथ आपत्तिजनक सामग्री को तत्काल हटाए जाने और खण्डन के साथ सीमावर्ती राज्यों के सुरक्षा अधिकारियों के साथ साझा किया जाए। सीसीटीवी स्थापना के साथ ड्रोन कैमरा का भी प्रयोग किया जाए। जिले में कावड़ यात्रा मार्ग पर निगरानी के लिए 115 सीसीटीवी स्थापित किए जाएंगे। कावड़ यात्रा को सकुशल ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से 30 सैक्टर, 15 क्यूआरटी बनाई गईं हैं। उन्होंने बताया कि जिले में काबड़ यात्रा के लिए 120 किलोमीटर लंबाई में 6 प्रमुख मार्गों का चिन्हांकन किया गया है। प्रमुख शिवालयों की संख्या 15 है। जिले में शिवभक्त प्रमुखता से सांकरा घाट से जल लेने के साथ ही बुलन्दशहर जिले के अनूपशहर गंगा घाट , रामघाट, राजघाट से जल भरते हैं, जोकि प्रमुखता से खेरेश्वर महादेव मंदिर, श्री अचलेश्वर मंदिर, भूमिया बाबा मंदिर, धरणीधर मंदिर और शिव मंदिर ग्राम बिजौली में जलाभिषेक करते हैं। जिले में एक सावन मेला का आयोजन होता है।
इसके साथ ही जनपद स्तर पर यातायात प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, आपातकालीन घटनाओं एवं क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने, रूट डायवर्जन, पुलिस डिप्लॉयमेंट, होर्डिग्स, साइनेज, डिस्प्ले बोर्ड, कम्युनिकेशन का आदान-प्रदान, नोडल अधिकारियों की समय से तैनाती, कंट्रोल रूम की स्थापना, डीजे की ऊँचाई का निर्धारण सुनिश्चित कराना, पार्किंग, कावड़ियों के ठहरने का स्थान के साथ ही कांवड़ मार्गों की मरम्मत कराए जाने के साथ विद्युत विभाग को सतर्क रहने के सबंध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।
वर्चुअल बैठक में एसएसपी संजीव सुमन, सीडीओ आकांक्षा राना, सीएमओ डा0 नीरज त्यागी, अधिशासी अभियंता लोनिवि संजीव पुष्कर, डीपीआरओ धनंजय जायसवाल, डीएसओ अभिनव सिंह, एआरटीओ प्रवेश कुमार, एडी सूचना संदीप कुमार उपस्थित रहे।

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