राजातालाब/-गंगापुर परिसर में कला मेला के समापन सत्र में मुख्य रहे अतिथि माननीय कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी।मुख्य अतिथि सपत्नी एवं विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डॉ सुनीता पांडेय,वित्त अधिकारी संतोष शर्मा ने संयुक्त रूप में दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।औपचारिक उद्घाटन के उपरान्त सभी सम्मानित अतिथियों का परिसर प्रभारी डॉ मनीष कुमार सिंह द्वारा द्वारा अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया।ललित कला के विद्यार्थीयों ने कुलगीत का गायन किया।मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।मेहंदी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंशु कुमारी द्वितीय स्थान भूमि शर्मा गुंजा बिंद,आकांक्षा तिवारी और तृतीय स्थान सोनाली पांडे,नंदिता भारती ने प्राप्त किया,जबकि सांत्वना पुरस्कार आकांक्षा सिंह ने प्राप्त किया।रंगोली प्रतियोगिता में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के एनटीपीसी परिसर के छात्र-छात्राओं ने बाजी मारी और प्रथम स्थान प्राप्त किया प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में विशाल चंद तिवारी नंदिनी भूमि शर्मा और पीयूष विश्वकर्मा है जबकि द्वितीय स्थान गंगापुर परिसर के नाम रही जिसमें श्वेता पटेल,प्रतिमा पटेल,संगीता पटेल ने रंगोली बनाई थी रंगोली विद्या का तीसरा पुरस्कार नंदिता भारती के नाम रही जिसने अकेले ही एक शानदार रंगोली का निर्माण किया था।रंगोली विद्या का सांत्वना पुरस्कार अंशु कुमारी और अभिजीत कुशवाहा को दिया गया।रंगोली विद्या में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए गंगापुर परिसर के छात्र उदय को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया।छात्र-अंतर महाविद्यालय चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान नंदिनी द्वितीय स्थान पलक सोनी और तृतीय स्थान महिमा कुमारी तथा सांत्वना पुरस्कार भूमि शर्मा ने प्राप्त किया इसी प्रकार स्टॉल प्रदर्शनी के लिए भी उत्कृष्ट स्टॉल के लिए एनटीपीसी परिसर को प्रथम स्थान दिया गया।इसके साथ ही जगतपुर पीजी कालेज और शशिकांत सिंह महाविद्यालय के छात्रों को स्टॉल सज्जा के लिए पुरस्कृत किया गया।डॉ शुभ्रा वर्मा के निर्देशन मे रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित नाटक अभिशाप-कच देवयानी का मंचन किया गया।ललित कला शिक्षक डॉ अर्चना पांडे के निर्देशन में आयोजित भाव चित्र प्रदर्शनी का दायित्व छात्र हर्षिता ने निभाया और सौ से अधिक चित्र प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए गए।मूर्ति कलाध्यापक गौरव दुबे ने भी अपने विद्यार्थियों के कौशल को प्रेरित कर लाजवाब टेराकोटा शिल्प को प्रदर्शित किया।मेला समापन समारोह में गंगापुर परिसर के सभी विषय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अलग अलग दायित्व ग्रहण कर इस आयोजन में चार चांद लगा दिया।कार्यक्रम संयोजक डॉ शशि कान्त नाग एवं सुमित घोष ने सभी आगत अतिथियों,प्रतिभागियों एवं आयोजन के सहयोगियों को धन्यवाद अर्पित किया।उक्त आयोजन में प्रमुख रुप से डॉ सुनील विश्वकर्मा,डॉ अनुपमा श्रीवास्तव,डॉ बेबी चौरासिया,डॉ रीता,डॉ अर्चना,डॉ मनोज सोनकर,डॉ राजेश,डॉ जोशी,डॉ आनन्द यादव,डॉ रमेश,डॉ राम प्रकाश,डॉ महेंद्र,डॉ सर्वेश,डॉ नागेश,डॉ नंद बहादुर,डॉ मोहित,डॉ प्रशांत विश्वकर्मा की उपस्थिति रही।